सिम्स के आपातकालिन कक्ष में अपना उपचार करा रही तखतपुर क्षेत्र के जनकपुर रोड निवासी रजनी अग्रवाल पति सतीष अग्रावल पर 10 मार्च को उसके पति ने जानलेवा हमला किर घायल कर दिया। पीडिता का कहना है कि अगर वह जान बचाकर नहीं भागती तो उसके पति उसकी हत्या कर देते। जेठ संजय अग्रवाल के घर में घुसकर उसने जान बचाई, रजनी ने अपनी आप बीति सुनाते हुए कहा कि 10 मार्च को वह सीजी टीईटी की परीक्षा दिलाने बिलासपुर गई थी। लौटते समय कानन पेंडारी के पास उसके पति ने उसे मोटर सायकल से नीचे उतार दिया और उस पर मोटर सायकल चढ़ाने का प्रयास किया। इससे वह बाल-बाल बच गई। घटना की सूचना रजनी ने अपनी सहेली के साथ जाकर तखतपुर थाने में दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं। रात में पति घर आया और गाली गलौच करते हुए रबड़ के राड से इतना पीटा की वह उठ भी नहीं पा रही है।
जीजा दहेज की मांग लम्बे समय से कर रहे है। जब तक उनके पिता था तब तक वह रुपए देते भी रहे। लेकिन डेढ़ साल पहले सड़क हादसे में पिता की मौत होने के बाद आर्थिक तंगी से परिवार जूझ रहा है। ऐसे में रुपए कहा से दे। रुपए न मिलने से उसके जीजा अक्सर मारपीट करते थे बहन ने उन्हें बताया था। पुलिस पर बार बार शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं इसके चलते यह घटना हुई। – राहुल अग्रवाल, पीडिता का भाई
रजनी अग्रवाल की शिकायत व मुलाहिजा रिपोट के आधार पर जो भी धाराए लगाई जा सकती थी लगाई गई है। एक्स रे रिर्पोट आने के बाद धारा और बढ़ाई जा सकती है। पुलिस ने अपनी तरफ से कार्रवाई में कोई कमी नहीं छोडी है। – हेम सागर पटेल, एएसआई तखतपुर थाना