उसके खिलाफ मुस्कान ने शिकायत महिला थाने से की थी। थाने में परिवार परामर्श समिति के सामने शेखर ने दोबारा विवाद नहीं करने बात पर मुस्कान से समझौता किया था। थाने में समझौता करने के बाद कुछ दिनों तक वह ठीक-ठाक रहा और बाद में फिर मारपीट करने लगा। 14 नवंबर को सुबह 11 बजे शेखर शराब के नशे में घर पहुंचा और मुस्कान को दरवाजा खोलने कहा। मुस्कान ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने खिडक़ी से ईंट फेंककर मुस्कान को मारने का प्रयास किया। उसने रात में घर में आग लगा देने की धमकी दी और चला गया। रात करीब 8 बजे मुस्कान घर में ताला लगाकर बेटी आकृति को साथ लेकर मोबाइल रिचार्ज कराने गई थी। तभी शेखर घर पहुंचा और ताला तोडकऱ घर के अंदर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग लगाने से पहले उसने घर में रखी एलईडी टीवी उठाकर ले गया। घर में आग देखकर मोहल्ले वासियों ने पानी डालकर आग बुझाई।
कालोनी में रहने वाले सुनील कुमार श्रीवास्तव ने मोबाइल पर मुस्कान को घटना की जानकारी दी। मुस्कान के घर पहुंचने से पहले मोहल्ले वासियों ने आग बुझा ली थी। आगजनी में सोफा, पलंग, ड्रेसिंग टेबल, कपड़े समेत हजारो का माल जलकर खाक हो गया। शेखर ने मोबाइल से मुस्कान के मोबाइल पर कॉल कर घर में आग लगाने की जानकार देते हुए कहा कि अब उसे घर में कोई सामान सलामत नहीं मिलेगा। मुस्कान की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शेखर के खिलाफ धारा 436 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।