सीयू में खोजा गया इलेक्ट्रॉनिक्स के डायरेक्ट राइटिंग के लिए बेहतर कंडक्टिव नैनो इंक
बिलासपुरPublished: Oct 23, 2019 07:57:19 pm
सीयू के रसायन विज्ञान विभाग में एक शोध किया गया है जिसमें आने वाले समय में पेपर आधारित उपकरणों के माध्यम से इलेक्ट्रोड और टच पैड को डिजाइन करने में मदद मिलेगी। यह प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक्स के डायरेक्ट राइटिंग के लिए अच्छे कंडक्टिव नैनो इंक के विकास की दिशा में अहम कदम होगा।
बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) में भौतिकीय विज्ञान अध्ययनशाला के अंतर्गत रसायन विज्ञान विभाग में विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध अध्ययन किये जा रहे हैं। रसायन विज्ञान विभाग में शोधार्थी अर्चना घोसले ने कंडक्टिव नैनोपार्टिकल्स पर शोध किया है।
शोधार्थी अर्चना घोसाले के शोध का विषय ”सिंथेसिस एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ कंडक्टिव नैनोपार्टिकल्स” है। इनका पंजीयन 09 मार्च, 2015 में हुआ तथा शोध उपाधि 30 सितंबर, 2019 को प्रदान की गई। शोधार्थी अर्चना घोसले के शोध निर्देशक डॉ. कमलेश कुमार श्रीवास, सह-प्राध्यापक, रसायन शास्त्र विभाग, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर एवं केयर टेकर निर्देशक प्रो. पी.के. बाजपेयी, प्राध्यापक, शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग हैं। डॉ. कमलेश कुमार श्रीवास पूर्व में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग में सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत थे।
शोधार्थी द्वारा उक्त शोध अध्ययन में सिल्वर नैनो इंक को तैयार किया गया तथा फिर टच पैड, इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रोड बनाने के लिए पेपर सब्सट्रेट पर बॉल-पॉइंट पेन से सीधे लिखकर तैयार किए गए। पेपर आधारित इलेक्ट्रॉनिक्स ने आसान पहुंच, कम वजनी, कम लागत, बायोडिग्रेडेबल, रिसाइकिल और पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण इस ओर शोधार्थियों को आकर्षित किया है।
कंडक्टिव पेन के साथ पेपर आधारित इलेक्ट्रॉनिक्स की डायरेक्ट राइटिंग पोर्टेबल एप्लीकेशन के लिए सर्किट बोर्ड के लिए सरल, किफायती और उपयोगकर्ता के अनुकूल निर्माण पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट की तुलना में एक बेहतर अवसर प्रदान करता है। इस शोध के माध्यम से आने वाले समय में पेपर आधारित उपकरणों के माध्यम से इलेक्ट्रोड और टच पैड को डिजाइन करने में मदद मिलेगी। यह प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक्स के डायरेक्ट राइटिंग के लिए अच्छे कंडक्टिव नैनो इंक के विकास की दिशा में अहम कदम होगा।