कलेक्टर ने जिले के सभी विकासखण्ड के स्वास्थ्य अधिकारियों को गर्मी के मौसम को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ओआरएस घोल और मरीजों के लिए पर्याप्त दवाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि गर्मी से लोगों को बचाने के लिए जिला स्तर एवं विकासखण्ड स्तर पर कंट्रोल रूम बनाने के लिए कहा है, ताकि आवश्यकता पडऩे पर आम नागरिक दिए गए नम्बर पर संपर्क कर सकें। उन्होंने आम नागरिकों को भी अपील करते गर्मी के मौसम में लू से बचाने के लिए ओआरएस का घोल, नीम्बू पानी और नियमित पानी पीने के लिए कहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत् किसानों को भी धान के बदले अन्य फसल लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है। साथ ही नर्सरी में पौधे तैयार करने के निर्देश दिए हैं ताकि बरसात के मौसम में पौधा रोपण अधिक से अधिक मात्रा में किया जा सके।
संक्रामक बीमारियों को लेकर रहें तैयारी पूर्ण : कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जल जनित एवं मौसमी संक्रामक बीमारियों से बचाव रोकथाम नियंत्रण एवं उपचार हेतु विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम एवं तैयारी की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में महामारी कन्ट्रोल रूम की स्थापना जिले के क्षेत्रों में महामारी की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल इसकी सूचना देने हेतु जिला एवं खण्ड स्तरीय महामारी नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिला मुख्यालय में 1 एवं प्रत्येक खण्ड स्तर पर 1-1 महामारी नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। इसी प्रकार महामारी कॉम्बेट टीम की स्थापना की गई है। जिला स्तर पर १, खण्ड स्तर पर 8 एवं सेक्टर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर 47 महामारी कॉम्बेट टीम का गठन किया गया है। इसके अलावा उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर पदस्थ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं ग्राम स्तर पर पदस्थ मितानिनों के द्वारा अपने क्षेत्रों में सतत निगरानी रखी जा रही है। जिले के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों में संक्रामक रोगों के प्रकोपों की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
रंग रोगन के निर्देश : कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को जिले के सभी स्कूलों को रंग-रोगन, शौचालय की नियमित साफ -सफाई और जिन स्कूलों में छोटे-मोटे जीर्णोद्धार करने की आवश्यकता है। उन कार्यो को प्राथमिकता से करवाने के निर्देश दिए हैं साथ ही स्कूलों में पेयजल, टेप नल और सोख्ता गड्ढा बनाने के निर्देश दिए हैं।
खाद-बीज, वर्मी कंपोस्ट करें भंडारित : कृषि अधिकारी और अपेक्स बैंक के अधिकारियों से किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज, वर्मी कम्पोस्ट खाद और रासायनिक खाद सोसायटी में भंडारित करवाने के निर्देश दिए हैं और सोसायटी के माध्यम से किसानों को खाद का उठाव करके के अपने भण्डार गृह में रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने सभी विकासखण्डों के गौठानों में मल्टीएक्टीविटी के साथ गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने, बकरी पालन, मुर्गी पालन सहित अन्य गतिविधियां करने महिलाओं के शेड निर्माण, बिजली की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि निरीक्षण के दौरान गौठानों में गतिविधियां देखी जा सके।