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चुनावी खर्च की निगरानी के लिए आयकर अधिकारियों की तैनाती, इस तरह रखेंगे नज़र

locationबिलासपुरPublished: Sep 07, 2018 05:02:41 pm

Submitted by:

Amil Shrivas

निगरानी : इस बार चुनावी खर्च की पाई-पाई पर रहेगी नजर

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चुनावी खर्च की निगरानी के लिए आयकर अधिकारियों की तैनाती, इस तरह रखेंगे नज़र

बिलासपुर. चुनावी खर्च पर निगरानी के लिए प्रदेश के सभी जिलों में आयकर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। ये अधिकारी जिला प्रशासन के साथ मिलकर प्रत्याशियों द्वारा खर्च की जाने वाली पाई-पाई का हिसाब रखेंगे। चुनाव आयोग के निर्देश पर संवेदनशील जिलों की लिस्ट बनाई गई है। साथ ही काले धन को रोकने के लिए अधिकारियों को सतर्क और सजग रहने की सलाह दी गई है। छत्तीसगढ और मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त पीके दाश ने गुरुवार को एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा निर्वाचन आयोग की निगरानी में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। इसमें आयकर विभाग के 3 से 4 अधिकारी सभी जिलों में तैनात रहेंगे। साथ ही 10 लाख रुपए से अधिक की जब्ती पर आयकर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए दाश ने कहा आयकर जमा करना सभी करदाताओं के लिए गर्व की बात होनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार के झिझक और परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि आयकर विभाग और अधिकारियों के संबंध में एक स्वाभाविक झिझक है, लोग थोडे खौफजदा रहते हैं। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए विभाग जल्द ही जन मित्रता अभियान की शुरुआत करेगा। इसमें प्रत्येक गुरुवार की दोपहर 11 से 1 बजे तक कोई भी व्यक्ति बिना किसी अप्वाइंटमेंट के आयकर अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या रख सकता है। रिटर्न फाइल करने से लेकर तमात तरह की मदद मांग सकता है। बिना किसी शुल्क के अधिकारी मदद करेंगे।
आयकरदाताओं की संख्या बढकर 29 लाख
प्रदेश में आयकरदाताओं की बढती संख्या पर संतोष जताते हुए आयुक्त दाश ने कहा कि इस वर्ष संख्या बढकर 29 लाख तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष 4085 करोड का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, इसके एवज में 4218 करोड़ रुपए की वसूली की गई। इस वर्ष अगस्त तक 298 करोड रुपए की वसूली की गई है। हालांकि ये लक्ष्य काफी कम है पर आने वाले दिनों में इसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2017-18 में 490 करोड रुपए की ब्लैकमनी जब्त की गई थी, जबकि इस वर्ष महज 3 करोड की ही जब्ती की गई है।
आनलाइन रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या बढ़ी, शत-प्रतिशत पहुंचने में अभी विलंब
आयकर आयुक्त छग एसएसएसबी रे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ये बात सही है कि आनलाइन रिटर्न फाइल करने वाले करदाताओं की संख्या तेजी से बढी है। लेकिन शत-प्रतिशत पहुंचने में थोडी वक्त लगेगा। जहां तक करदाताओं की संख्या में इजाफा का सवाल है तो रुरल, अरबन सेक्टर में फोकस किया जा रहा है। करीब 2 लाख नए करदाता विभाग को मिले हैं। आने वाले दिनों में शिक्षकों, चिकित्सकों, एसईसीएल और पावर सेक्टर में काम कर रहे लोगों को भी आयकर से जोडने के लिए काम किया जाएगा। टैक्स की लायबिलिटी बनती हो या नहीं पर रिटर्न जरुर फाइल करना चाहिए।

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