बिलासपुर

इंटरनेशनल विज्ञान प्रदर्शनी में बिलासपुर के 3 मॉडल का हुआ चयन, 24 नवंबर से मास्को में होगा प्रदर्शन

पिछले दिनों रायपुर में हुआ था विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन

बिलासपुरOct 23, 2019 / 08:50 pm

Amil Shrivas

Science exhibition

बिलासपुर. इंटरनेशनल विज्ञान प्रदर्शनी की दौड़ में छत्तीसगढ़ राज्य के तीन मॉडलों का चयन किया गया है। इसका चयन नीति आयोग द्वारा 15 हजारों मॉडलों में किया गया है। इनमें से एक मॉडल का प्रदर्शन अगले माह मास्को में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल विज्ञान प्रदर्शनी के दौरान किया जाएगा।
46 वीं जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन पिछले दिनों रायपुर स्थित बीटीआई ग्राउंड में किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य के स्कूली विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इस विज्ञान मेले में 15 हजार मॉडलों को प्रदर्शनी हेतु लगाया गया था। जिसमें बिलासपुर के शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए तीन मॉडलों का चयन किया गया। इसमें ग्रीन शील्ड, अटल कृषि मित्र और स्मार्ट बायो टायलेट आदि शामिल है। बच्चों के मार्गदर्शक शिक्षक डॉ. धनंजय पाण्डेय ने बताया कि इंटरनेशनल प्रदर्शनी का आयोजन रुस की राजधानी मास्को में २४ नवंबर से ५ दिसंबर तक किया जाएगा। जिसमें देश के २५ विद्यार्थी और ५ शिक्षकों का दल भेजा जाएगा। जिसका चयन नीति आयोग द्वारा चयनित मॉडलों में से किया जाएगा।
इन बच्चों के मॉडलों का हुआ चयन

पूरे भारत में बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ही एक एेसा स्कूल हैं जिसके ८ मॉडलों में से तीन मॉडल टॉप-५० में जगह बनाई है। जिसमें अटल कृषि मित्र, इसे योगेश दास मानिकपुरी, निखिल प्रजापति, मनीष यादव व विमल गौड़ ने मिलकर बनाया है। वहीं दूसरे मॉडल के रुप में ग्रीन शील्ड को शामिल किया गया है। जिसे प्रकाश निर्मलकर, हरिश चौधरी और प्रिंस कश्यप ने बताया है। इसी तरह स्मार्ट बायो टायलेट को उदय राज, मनीष यादव व निखिल प्रजापति ने बनाया।
चयनित मॉडलों की खूबियां…

ग्रीन शील्ड – इस मॉडल के माध्यम से अनुपयोगी प्लास्टिक का उपयोग कर कमरे के तापमान को नियंत्रित किया जाता हैं। इससे प्लास्टिक का पुन: उपयोग होने के कारण पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा।
अटल कृषि मित्र – यह रोबोट की तरह काम करता है। जिसके माध्यम से किसान खेतों की जोताई, बोआई, मिसाई, कटाई, क्यारी बनाना, समतलीकरण करना, दवाई का छिडक़ाव करना, सिंचाई करना, परिवहन जैसे कार्य आसानी से कर सकते है।
स्मार्ट बायो टॉयलेट – यह मॉडल रेलवे में टॉयलेट को लेकर होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें रेलवे के टॉयलेट सिस्टम में ओवर फ्लो, चोकिंग, बदबू की समस्या का समाधान बताया है। इसमें सेंसर लगाया है, जो उपयोग करते समय तत्काल टॉयलेट का पेड खुल जाता है और आटोमेटिक फ्लश होता है। यदि कोई व्यक्ति टॉयलेट में बोतल गिरता है तो इसके अंदर एक और ब्लेड वाला सेंसर लगा हुआ है, जो बोतल के टुकड़े-टुकड़े कर देगा। इसके नीचे एक ६ स्तर का टैंक बना है, जो मल को नष्ट कर तरल रुप में परिवर्तित कर देगा। जिसका पुन: उपयोग किया जा सकेगा।
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