जाति मामले में जोगी ने लिया 4 सप्ताह का समय
बिलासपुरPublished: Mar 28, 2015 12:27:00 pm
जाति मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय लिया है।
बिलासपुर. आदिवासी नेता संतकुमार नेताम की हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान जवाब देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय लिया है। नेताम ने याचिका दायर कर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीत जोगी की जाति को चुनौती दी है। याचिका में उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2011 में जोगी की जाति के मसले की राज्यस्तरीय हाईपावर जाति छानबीन समिति से जांच कराने का आदेश दिया।
यह जांच दो माह में पूरी की जानी थी लेकिन तीन साल से ज्यादा होने के बाद भी अब तक जांच नहीं हो सकी है। सितंबर 2013 में शासन ने मामले की जांच सही तरीके से कराने के लिए अपनी पूर्व की जांच रिपोर्ट वापस ली थी। इस वादे के अनुसार भी जांच शुरू नहीं कराई गई है। नेताम ने जोगी की जाति को लेकर अनुसूचित जाति जनजाति राष्ट्रीय आयोग में शिकायत की थी कि जोगी आदिवासी नहीं बल्कि अनुसूचित जाति के हैं और ईसाई धर्म स्वीकारने के बाद उन्होंने खुद को आदिवासी घोषित कर लिया है। नेताम ने जोगी के पूर्वजों की जाति संबंधी दस्तावेज भी प्रस्तुत किए थे।