4 अगस्त की घटना : आरोपियों ने 4 अगस्त को रात साढ़े 10 बजे गोड़पारा निवासी अमित पिता अशोक नंदवानी जरहाभाठा सिंधी कॉलोनी में तलवार व गोली से मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। इनमें सन्नी थारवानी, सुनील तलरेजा, लखन ढीमर, सूरज करतारी ने रायपुर में सरेंडर कर दिया था। मामले के दो आरोपी सागर और विशाल अब तक फरार हैं। पुलिस ने सुनील तलरेजा से 1 एयर पिस्टल व चाकू, लखन ढीमर से 1 खुखरी, सूरज करतारी और सन्नी थारवानी से 1-1 तलवार जब्त किया है।
सिंधी कॉलोनी में आरोपियों की निकाली बारात : चारों आरोपियों को लेकर पुलिस शनिवार दोपहर सिंधी कॉलोनी पहुंची। यहां पुलिस ने आरोपियों की बारात निकाली। उनसे घटना का डेमो कराया गया।
फेसबुक पर गांजा पीते फोटो वायरल : मृतक अमित व सन्नी थारवानी पिछले 5 साल से एक साथ शहर में आईपीएल क्रिकेट सट्टा खिला रहे थे। डेढ़ वर्ष पूर्व उनके बीच लेनदेन का विवाद हुआ था। अमित ने सन्नी की गांजा पीते फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। रंजिश और बढ़ गई। सन्नी इसका बदला लेना चाहता था।
बहन को भेजा मैसेज : आरोपी सुनील तलरेजा और मृतक अमित के बीच दोस्ती थी। 5 महीने पूर्व अमित आरोपी सुनील के घर पर रात में रुका था। उसने सुनील के मोबाइल से उसकी बहन के मोबाइल पर अभद्र मैसेज भेज दिया। इसे लेकर सुनील व अमित के बीच भारी विवाद हुआ। तब से उनके बीच अनबन चल रही
थी। सुनील बदला लेने की फिराक में था।
बदला लेना चाहता था सूरज : अमित और आरोपी सूरज करतारी के बीच गहरी दोस्ती थी। 2 महीने पूर्व अमित धारा 306 के एक मामले में जेल चला गया। इससे पहले उसने अपनी बाइक सूरज को दी थी। 3 अगस्त को सूरज उससे मिलने जेल पहुंचा। उसके साथ सन्नी थारवानी भी था। अमित ने सूरज से अपने बाइक की चाबी वापस लेकर सन्नी को दिलवाई और बाइक बेचकर वकील को जमानत की फीस देने के लिए कहा था। अमित द्वारा बाइक वापस लेने से सूरज खुद को बेइज्जत महसूस कर रहा था।