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दिल्ली में मौत की जंग लड़ रही जिले की बेटी, किडनी हो गई खराब, बहन किडनी देने तैयार, लेकिन पिता के पास नहीं ऑपरेशन के पैसे

locationबिलासपुरPublished: May 10, 2019 11:57:41 am

Submitted by:

Murari Soni

क्षेत्र की एक बेटी दिल्ली के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। मासूम किडनी खराब हो जाने जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है।

Kidney patient innocent girl recruited in Delhi

दिल्ली में मौत की जंग लड़ रही जिले की बेटी, किडनी हो गई खराब, बहन किडनी देने तैयार, लेकिन पिता के पास नहीं ऑपरेशन के पैसे

बिलासपुर. क्षेत्र की एक बेटी दिल्ली के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। मासूम किडनी खराब हो जाने जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है। एक गरीब चौकीदार की लाडो को बचाने डॉक्टर और परिवार के लोग जीन जान से जुटे हैं लेकिन बेटी को बचाने के बीच में 7 लाख रूपए आड़े आ रहे हैं। मासूम की दीदी ने किडनी देने का फैसला कर लिया है तो दिल्ली में डॉक्टरों और परिजनों ने भी 5 लाख रूपए जुटा लिए हैं। फिर भी 3 से 4 लाख रूपए कम पड़ रहे हैं। समय कम है, ऑपरेशन करना जरूरी है, ऐसे में आप परिवार की वैशाखी बनकर उनकी मदद कर सकते हैं। बेटी के पिता ने एक 7755800961 मोबाइल नंबर भी शेयर किया है इस पर संपर्क करके मदद की जा सकती है।

11 हजार वेतन कैसे जुटाए साढ़े 7 लाख:
मासूम का परिवार मुंगेली के ग्राम गांधीनगर का निवासी है। परिवार के लोग शिवशक्ति मंदिर, देवगांव में पूजा-पाठ कर जीवन यापन करते हैं। पिता श्रीरामचंद्र मिश्रा रोजी रोटी के लिए आईआईटी रूडक़ी में सिक्योरिटी सुपरवाइजर हैं। ट्रॉन्सप्लांट के लिए बच्ची के पिताजी को साथ 6 लाख का अनुमानित खर्चा और डेढ़ लाख का अतिरिक्त इंतजाम करने के लिए पत्र दिया गया है। जबकि पिता की सैलरी मात्र 11 हजार रूपए है, ऐसे में इतनी मोटी रकम वह कैसे जुटा पाएगा।

अब स्थिती हो गई गंभीर स्थिती:
बच्ची बचपन से ही किडनी रोग से पीडि़त है। पहले इसका इलाज रायपुर में चला। इसके बाद विगत दो वर्षों से बेटी फ़ोर्टिस हॉस्पिटल दिल्ली में वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर साधना अग्रवाल की निगरानी में उपचाराधीन है। मासूम का महीने में दो बार डायलिसिस किया जाता था परंतु अब वह क्रोनिक रीनल फ़ेलियर की स्थिति में है। ऐसे में उसका किडनी ट्रॉन्सप्लांट किया जाना ही उसकी जान बचा सकता है।

एम्स में नहीं मिल रही तारीख तो करवाना पड़ रहा हैदराबाद में इलाज:
डॉक्टर साधना अग्रवाल बालिका का ट्रॉन्सप्लांट एम्स दिल्ली में करवाने चाहती थीं, लेकिन एम्स में अगस्त 2019 से पहले कोई तारीख ही नहीं मिल रही है। गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्ची के परिजनों की सहमति से उसका ट्रॉन्सप्लांट किडनी रोगों के प्रसिद्ध कॉन्टीनेटल हॉस्पिटल हैदराबाद में सम्पन्न करवाने का निर्णय लिया है।

बड़ी दीदी दे रही है किडनी:
डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची को किडनी देने के लिए उसके माता-पिता ने इच्छा जाहिर की थी। विभिन्न जांचों में बच्ची की विवाहिता बड़ी बहन की किडनी ट्रॉन्सप्लांट हेतु सही पायी गयी है। बड़ी ***** ने किडनी देने की सहमति दी।

डॉक्टरों ने जुटा लिए 5 लाख, आप भी करें सहयोग:
डॉक्टरों ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया है। सरकारी सहायता के रूप में दो लाख 25 हजार इसके अलावा ‘जिंदगी मिलेगी दोबारा फ़ाउंडेशन’, अग्रवाल समाज, परिचित डॉक्टरों के सहयोग से अब तक पांच लाख 22 हजार की राशि एकत्रित की गई है। आप अपनी तरफ से भी बेटी को जीवन दान देने के लिए सहयोग राशि दे सकते हैं। मासूम के पिता का मोबाइल नं 7755800961 है।
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