प्रोटोकाल से जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को जिला अस्पताल के डाक्टर ब्लड के लिए इधर-उधर दौड़ भाग करते रहे। जिला अस्पताल के डाक्टरों ने ब्लड डोनेट करने के लिए कई जगह फोन लगाया लेकिन सभी ने गर्मी के कारण ब्लड डोनेट करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद शहर के प्राइवेट ब्लड बैंक बिलासा व राजधानी गए लेकिन नाको ने निरीक्षण के दौरान 15 दिनों से ब्लड के आदान प्रदान पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद एकता ब्लड बैंक गए लेकिन वहां भी ब्लड नहीं मिला। अंत में जज्बा संस्था के संचालक संजय मतलानी के पास गए। जिला अस्पताल के डाक्टर के के जायसवाल ने संजय मतलानी के डोनर की व्यवस्था करने का निर्देश दिए थे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का ब्लड गु्रप बी निगेटिव है। प्रोटोकाल के अनुसार जब किसी वीआईपी का दौरा होता है। तो आसपास के सरकारी अस्पताल को संबंधित वीआईपी के ग्रुप वाले ब्लड की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया जाता है। जज्बा संस्था के संचालक मतलानी ने पत्रिका को बताया चकरभाठा के एक युवक को ब्लड डोनेट के लिए राजी कर लिया
इस मामले में जानकारी लेने के लिए जिला अस्पताल के सीएस डॉक्टर एस एस भाटिया और के के जायसवाल को फोन लगाया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं सिम्स के प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर आरती पाण्डेय ने बताया कि प्रोटोकाल से मिले निर्देश के अनुसार डायटिशियन, एम्बुलेंस और एक रूम को व्यवस्थित करके रखा गया है।
शाम को बड़ी मुश्किल से जज्बा संस्था को एक डोनर मिला। वहीं शनिवार को जज्बा संस्था की रोमा साहू ने ब्लड डोनेट किया। डॉक्टर केके जायसवाल ने रोमा साहू का ब्लड डोनेट कराया, रोमा साहू जज्बा संस्था की सक्रीय सदस्य हैं और उनका ये 8 वां रक्तदान है।