इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की परंपरागत सीट अमेठी भी शामिल थी। इन नेताओं ने अमेठी में आठ-दस दिन तक धुंआधर प्रचार किया। लेकिन चुनाव परिणाम के सामने आने के बाद यह तय हो गया कि इनका जादू तो दूर असर तक यहां नहीं हुआ। हालत यह रही कि राहुल गांधी अपनी परंपरागत को भी नहीं बचा सके। चुनाव प्रचार-प्रसार के उन आठ उस दिन तक इन नेताओं ने राहुल गांधी और प्रियकां गांधी के अलावा राष्ट्रीय नेताओं के साथ सभा लेते हुए अपनी फोटो जमकर सोशल मीडिया में वायरल करवाई।
इससे कांग्रेसियों द्वारा यह मैसेज देने की कोशिश की गई कि इनके चुनाव प्रचार से यहां कांग्रेस की नैया पार हो सकती है। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे,गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित संगठन के बड़े नेताओं ने यहां डेरा जमाया था।
अब तो छोटे कार्यकर्ता भी सवाल उठा रहे हैं। चौक-चौराहों में कह रहे हैं कि चले थे अमेठी में चुनाव जीताने और अपनी ही प्रभार वाली सीट को नहीं बचा सके। लोग कह रहे हैं कि दिग्गज नेताओं पर दोहरी मार पड़ गई है।
ये गए थे अमेठी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा,कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, रुद्र गुरु, गिरीश देवांगन, राजेश तिवारी, विनोद वर्मा, प्रमोद दुबे, अटल श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, किसान कांग्रेस नेता सुुनील शुक्ला सहित संगठन के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता पहुंचे थे।
टीएस बाबा गए थे ओडिशा व झारखण्ड
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव झारखड और ओडिशा गए थे। ओडिशा में कांग्रेस जीरो पर थी वहां एक सीट मिली है। वहीं झारखंड में तीन सीट आए हैं। टीएस बाबा के साथ उनका प्रोग्राम मैनेजर पंकज सिंह भी गए थे। वहीं रायबरेली विधायक शैलेष पाण्डेय अपने समर्थकों के साथ गए थे यहां से सोनिया गांधी चुनाव जीत गई है। विधायक के समर्थकों का कहना है कि श्रेय लेने का अधिकार तो बनता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा,कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, रुद्र गुरु, गिरीश देवांगन, राजेश तिवारी, विनोद वर्मा, प्रमोद दुबे, अटल श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, किसान कांग्रेस नेता सुुनील शुक्ला सहित संगठन के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता पहुंचे थे।
टीएस बाबा गए थे ओडिशा व झारखण्ड
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव झारखड और ओडिशा गए थे। ओडिशा में कांग्रेस जीरो पर थी वहां एक सीट मिली है। वहीं झारखंड में तीन सीट आए हैं। टीएस बाबा के साथ उनका प्रोग्राम मैनेजर पंकज सिंह भी गए थे। वहीं रायबरेली विधायक शैलेष पाण्डेय अपने समर्थकों के साथ गए थे यहां से सोनिया गांधी चुनाव जीत गई है। विधायक के समर्थकों का कहना है कि श्रेय लेने का अधिकार तो बनता है।