कानन प्रशासन की बड़ी लापरवाही हुई उजागर : जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त कानन पेण्डारी जूॅ के अंदर सैकड़ों की संख्या में पर्यटक मौजूद थे। पुष्ट सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार कानन तेंदुए का केज पूरी तरह सड़ चुका था। इसकी जानकारी उसके रखरखाव करने वाले लोगों ने आला अधिकारियो को दी थी, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अगर कानन तेदुवा पर्यटकों पर हमला कर देता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
जांच से किया इंकार : कानन में इतनी बड़ी घटना होने पर जब डीएफओ से इस मामले में जांच के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने जांच कराने जैसी कोई बात नही है, कहकर मामले को टाल दिया।
कानन नामक तेंदुवा अपना केज तोड़कर डायना नामक मादा तेदुवा के केज में घुस गया था। मातहत कर्मियो से मिली जानकारी के अनुसार उसका बर्ताव कुछ दिनो से परिवर्तित था। उसने डायना पर हमला कर दिया, जिससें उसके गले सहित अन्य जगह पर चोट के निशान हैं। विशेषज्ञो की देखरेख में पोस्टमार्टम करा के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। मामले में जांच कराने जैसी कोई बात नहीं है।
शोभराम सिंह कंवर डीएफओ बिलासपुर
कानन नामक तेंदुवा अपना केज तोड़कर डायना नामक मादा तेदुवा के केज में घुस गया था। मातहत कर्मियो से मिली जानकारी के अनुसार उसका बर्ताव कुछ दिनो से परिवर्तित था। उसने डायना पर हमला कर दिया, जिससें उसके गले सहित अन्य जगह पर चोट के निशान हैं। विशेषज्ञो की देखरेख में पोस्टमार्टम करा के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। मामले में जांच कराने जैसी कोई बात नहीं है।
शोभराम सिंह कंवर डीएफओ बिलासपुर