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मरवाही चुनाव परिणाम से भाजपा को न नफा न नुकसान, कांग्रेस के सेक्टर प्रभारियों की धड़कनें तेज

locationबिलासपुरPublished: Nov 09, 2020 11:51:48 am

Submitted by:

Ashish Gupta

– मरवाही चुनाव परिणाम के बाद निगम मंडल आयोग की दूसरी सूची जारी होगी- 10 नवम्बर को आएगा मरवाही विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव का परिणाम

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बिलासपुर. मरवाही विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव का परिणाम 10 नवम्बर को आएगा। दावेदारों की धड़कने तेज होने लगी है। इसके अलावा उन नेताओं की धुकधुकी बढ़ गई है जिनको अलग अलग सेक्टरों की जिम्मेदारी दी गई थी। जानकारों के अनुसार इस चुनाव के परिणाम से भाजपा को कोई नुकसान नहीं है लेकिन कांग्रेस के उन नेताओं को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है जिनको अलग अलग सेक्टर में चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी, क्योंकि मरवाही चुनाव के बाद निगम मंडल आयोग में नियुक्ति की दूसरी सूची जारी होगी। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की माने तो सेक्टर में मिले परिणाम के हिसाब से इनाम मिलेगा।

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मरवाही के चुनाव परिणाम यदि खिलाफ में गये तो कांग्रेस की सरकार पर कोई खतरा नहीं है लेकिन इसके कई नेताओं का भविष्य जरूर दांव पर लगा है। चुनाव के बाद निगम, मंडल, आयोगों में नियुक्ति की सूची फिर जारी होगी। बिलासपुर व कोरबा जिले के दूसरे क्रम के नेताओं को अलग-अलग सेक्टर पर जिम्मेदारी दे दी गई है जिसमें उन्हें अपनी पार्टी को बढ़त दिलानी होगी। इनमें कई विधायक, पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी शामिल हैं। जाहिर है उनके सेक्टर में कांग्रेस को बढ़त मिली तो पार्टी उन्हें पुरस्कृत करेगी।
कांग्रेस ने इसके लिये मापदंड पिछले चुनाव में कांग्रेस और जोगी कांग्रेस को मिले कुल मतों को मापदंड बनाया हुआ है। हर एक सेक्टर प्रभारी को एक सूची दिया गया था जिसमें सन् 2018 में मिले वोटों का आंकड़ा बूथ और पंचायत के स्तर पर दर्ज है। भाजपा पारम्परिक वोटों को सहेजे रखने के लिये पार्टी का स्थानीय कैडर हाट-बाजारों में बाइक रैलियां, छोटी-छोटी सभायें कर रहा था।

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भाजपा के नेता यह मानकर चल रहे हैं कि एक सीट मरवाही के जीतने से सरकार नहीं बन सकती लेकिन वे कांग्रेस को बड़ी जीत से रोकने के लिए के फील्ड में कड़ी मेहनत किए। राजनीतिक पंडितों की माने तो जोगी कांग्रेस के मैदान में नहीं रहने से उसके वोटों का बिखराव होगा। कांग्रेस को शत प्रतिशत वोट नहीं मिलने वाला है। मतदान के चार दिन पहले भाजपा और जोगी कांग्रेस एक होकर चुनाव लड़ने की कोशिश की इससे जोगी कांग्रेस को फायदा मिले न मिले लेकिन भाजपा नेता कह रहे हैं इससे उनका वोट बैंक जरूर बढ़ जाएगा।

मरवाही उप चुनाव कांग्रेस के अनेक मायने
प्रदेश में दो तिहाई बहुमत वाली कांग्रेस के लिए मरवाही का चुनाव इसलिये महत्व रखता है कि वे जोगी के गढ़ पर कब्जा कर प्रदेश को ही नहीं बल्कि हाईकमान को संदेश दे सकें। इसमें सीधे सीधे पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रतिष्ठा जुड़ गई है। दूसरी तरफ पिछले चुनाव में बुरी तरह पराजित भाजपा का अभियान सामूहिक है। चुनाव जीतने पर वह और आक्रामक होगी और भविष्य में पार्टी का जनाधार वापस हासिल करने में मदद मिलेगी।

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