संतोंं को एक मंच पर लाने व कुंभ मेले की तैयारी बैठक सम्पन्न
बिलासपुरPublished: Sep 17, 2018 12:16:06 pm
गिरजाबन हनुमान मंदिर पहुंचा जूना अखाड़ा के नागा साधुओं का दल
संतोंं को एक मंच पर लाने व कुंभ मेले की तैयारी बैठक सम्पन्न
रतनपुर. हिन्दू संस्कृति का महापर्व कुम्भ मेले में देशभर के साधु संतों को एक मंच पर समेटने के लिए गिरजाबन हनुमान मंदिर में जूना अखाड़ा से पहुंचे नागा साधुओं ने बैठक ली। वहीं महंत तारकेश्वर पूरी को कुम्भ मेले की तैयारी के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई। विदित हो कि हिन्दू संस्कृति का महापर्व कुम्भ मेला का समय ज्यों-ज्यो नजदीक आ रहा है, त्यों-त्यों देश भर में मौजूद नागा साधु संतों का विभिन्न अखाड़ा पूरे जोश खरोश के साथ वहां अपनी उपस्थिति देने जोर शोर से तैयारी में जुटा हुआ है। कुम्भ मेले की तैयारी के लिए आवश्यक निर्देश देने पहुंचे श्रीपंथ जूना अखाड़ा के सेक्रटरी डॉ. करनपुरी (बनारस, अट्टावाले) ने गिरजबन हनुमान मंदिर में पधारे नागा साधु संतों की बैठक ली तथा 25 दिसम्बर से प्रारम्भ होने वाले कुम्भ मेले की रूपरेखा बताते हुए उसमे शामिल होने की बात कही। नागा साधु करनपुरी ने बताया कि सनातन धर्म के रक्षार्थ आयोजित इस महान उत्सव में बड़े भाग्यशाली लोग ही शामिल हो पाते हैं। पूरे राष्ट्र में एकमात्र ही नाग साधुओं का यह जूना अखाड़ा है, जो वर्ष के तीनों शाही स्नान में शामिल होकर हिन्दू संस्कृति व धर्म की रक्षा करने का संकल्प लेता है। कुम्भ मेले के संदर्भ में साधुओं ने बताया कि 25 दिसम्बर को इलाहाबाद में जून अखाड़ा के नागा साधुओं द्वारा इलाहाबाद में ध्वजारोहण कर कुम्भ का शुरुवात किया जाएगा। ततपश्चात मेले में प्रवेश कर शाही स्नान में शामिल होंगे। बैठक में महंत अस्तकौशल, शम्भू गुरुजी, महंत तारकेश्वर पूरी व देश के विभिन्न प्रान्तों से पहुंचे नागा साधुओं सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे।
शोभायात्रा के साथ भागवत कथा शुरू: मुंगेलीञ्चपत्रिका. अखण्ड भारत के संपूर्ण राज्य में धर्म प्रचार एवं गौरक्षा के लिए 11वें छतीसगढ़ में 339 वीं श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन कृषि उपज मंडी मुंगेली में शुरू हुआ। पहले दिन से ही भक्तगण अधिक से संख्या में पहुंच रहे हैं। कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर नया बस स्टैंड से भव्य शोभयात्रा निकाली गई। शोभायात्रा नया बस स्टैंड होते हुए मल्हापारा, भट्टपारा , बालानी चौक व पड़ाव पारा होते हुए मंडी पहुंची। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। कथावाचक यशोदानंदन (बृन्दावन) प्रतिदिन साय 03.15 से शाम 7 बजे तक कथावाचन करेंगे। इसके बाद समापन हवन एवं प्रसाद वितरण से किया जाएगा।