मानसून की उत्तरी सीमा सूरत, नंदूरबार, रायसेन, दमोह, उमरिया, पेंड्रा रोड, बलांगीर, भुवनेश्वर, बड़ी पाडा, पुरुलिया, धनबाद, दरभंगा है। मानसून के और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बनी हुई है। परिस्थितियों के आंकलन के आधार पर मौसम विभाग ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
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मौसम विज्ञानी एके दास के अनुसार एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तरी उड़ीसा तट और पश्चिम बंगाल तट के ऊपर स्थित है। इसके और अधिक प्रबल होकर पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उड़ीसा झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर अगले 2 से 3 दिन में बढ़ने की संभावना है। एक द्रोणिका दक्षिण पंजाब से निम्न दाब के केंद्र तक हरियाणा, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़ और झारखंड होते हुए 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ : सरकार के दावों की खुली पोल, मानसून सिर पर, बर्बादी की ओर करोड़ों के धान
शहर के तापमान में आंशिक परिवर्तन
शहर के तापमान में शुक्रवार की अपेक्षा 1 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। सुबह से तेज धूप और गर्मी का माहौल रहा। देर शाम अचानक काले बादल घिर आए और जमकर बरसे। शहर का तापमान अधिकतम 32.0 और न्यूनतम 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
14 को अति बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने आने वाले 5 दिनों के मौसम का पुर्वानुमान जारी किया है, जिसमें बिलासपुर जिले में 12व 13 जून को हल्की से मध्यम वर्षा,14 जून को मध्यम से भारी वर्षा,15 व 16 जून को हल्की से मध्यम वर्षा की चेतावनी दी है।