रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में बिना चीरफाड़ के इलाज
डॉ. पाठक ने बताया कि रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में न्यूरो से जुड़ी समस्याओं का एडवांस टेक्नोलॉजी से इलाज किया जा रहा है। पैरालिसिस का इलाज बिना चीरफाड़ के किया जा रहा है। पैर की नसों से ब्रेन के भीतर जमे क्लॉट को निकाल रहे हैं। लकवा होने के शुरू के आठ से 10 घंटे के भीतर ब्रेन से इसे निकाल दिया जाता है। जो कि यहां पहले नहीं हो रहा था। इतना ही नहीं लकवा पूरी तरह से ठीक हो, आगे न हो उसके लिए एंजियोप्लास्टी कराई जाती है। एक बार लकवा होने के बाद 25 से 30 प्रतिशत फिर से होने की आशंका होती है। एंजियोप्लास्टी से इसे पूरी तरह ठीक किया जाता है।
डॉ. पाठक ने बताया कि रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में न्यूरो से जुड़ी समस्याओं का एडवांस टेक्नोलॉजी से इलाज किया जा रहा है। पैरालिसिस का इलाज बिना चीरफाड़ के किया जा रहा है। पैर की नसों से ब्रेन के भीतर जमे क्लॉट को निकाल रहे हैं। लकवा होने के शुरू के आठ से 10 घंटे के भीतर ब्रेन से इसे निकाल दिया जाता है। जो कि यहां पहले नहीं हो रहा था। इतना ही नहीं लकवा पूरी तरह से ठीक हो, आगे न हो उसके लिए एंजियोप्लास्टी कराई जाती है। एक बार लकवा होने के बाद 25 से 30 प्रतिशत फिर से होने की आशंका होती है। एंजियोप्लास्टी से इसे पूरी तरह ठीक किया जाता है।