ट्रेन में हो गईं आंखें चार, चुपके से एक्सचेंज किए मोबाइल नंबर फिर नाबालिग के साथ एक माह तक मिटाई हवस
बिलासपुरPublished: Apr 05, 2019 11:04:16 am
मोबाइल पर लगातार बात करते हुए सूरज ने किशोरी को शादी का प्रलोभन दिया, भगाकर बिल्हा स्थित अपने घर लाकर एक माह तक दैहिक शोषण किया।
ट्रेन में हो गईं आंखें चार, चुपके से एक्सचेंज किए मोबाइल नंबर फिर नाबालिग के साथ एक माह तक मिटाई हवस
बिलासपुर. दुर्ग जिले के नेवाई थाना क्षेत्र में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी का अपहरण करने के बाद बिल्हा के युवक ने दुष्कर्म किया। घटना जून 2016 की है। कोर्ट ने आरोपी को 10 वर्ष की कै द की सजा सुनाई है।
जानकारी के अनुसार बिल्हा निवासी सरजू उर्फ सूरज धृतलहरे की मुलाकात सन 2016 में दुर्ग के नेवई थाना क्षेत्र में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी से ट्रेन में सफर के दौरान हुई थी। दोनों ने एक दूसरे को अपना मोबाइल नंबर दिया था। मोबाइल पर लगातार बात करते हुए सूरज ने किशोरी को शादी का प्रलोभन देकर 24 जून 2016 को भगाकर बिल्हा स्थित अपने घर लाकर एक माह तक दैहिक शोषण किया। मामले में नेवई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज करने के बाद कोर्ट में पेश किया था। आरोपी को जेल भेज दिया गया था। मामले में गुरुवार को सुनवाई करते हुए न्यायाधीश शुभ्र पचौरी ने फैसला सुनाते हुए आरोपी को अपहरण की दो अलग-अलग धाराओं में 3-3 साल के कारावास और दुष्कर्म की धारा के तहत 10 साल कारावास की सजा सुनाई है।
तीनों धाराओं के तहत आरोपी को 1500 रुपए का अर्थदंड दिया गया है। आदेश के बाद आरोपी द्वारा जमा की गई जुर्माना राशि को प्रतिकर के रूप में पीडि़ता को दे दी गई।