सीपत पुलिस ने 16 अगस्त को रात 9 बजे ग्राम भांड़ी स्थित रेस्ट हाउस में छापामारा था। यहां ताश पर दांव लगाते 23 जुआरियों को पकड़ा गया था, जिसमें कांग्रेस नेता, भाजपा विधायक का भाई समेत कई दिग्गज नेता शामिल थे। जुआरियों से 86200 रुपए व 23 मोबाइल जब्त किए गए थे। जुआरियों के खिलाफ पुलिस ने 13 जुआ एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया था, जिसमें बेलतरा विधायक रजनीश सिंह के भाई मनीष सिंह ने अपना नाम राज किशोर पिता बरातू तिवारी निवासी रतनपुर बताया था fake name । पुलिस ने बिना नाम की तस्दीक किए एफआईआर में उसका नाम दर्ज कर लिया था। एफआईआर के बाद जुआरियों को पुलिस ने झूठी जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करने की खबर पत्रिका ने प्रकाशित की थी। खबर के बाद पुलिस महकमे में हडक़ंप मच गया था। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई को कहा था।सोमवार को प्रशिक्षु डीएसपी व सीपत थाना प्रभारी आशा सेन ने जुआरियों का असली नाम जानने के लिए आधार कार्ड समेत थाने हाजिर होने को कहा था।
आधार कार्ड से पकड़ाया झूठ
विधायक रजनीश सिंह के भाई ने जब अपना आधार कार्ड डीएसपी के समक्ष प्रस्तुत किया तो उसमें मनीष सिंह पिता राम खिलावन सिंह (38 ) निवासी ग्राम पौंसरा थाना कोनी लिखा था। डीएसपी सेन ने उससे झूठा नाम बताने का कारण पूछा तो उसने बदनामी व पहली बार पकड़े जाने के डर से नाम छिपाने का हवाला दिया।
धारा 177 के तहत होगी कार्रवाई
डीएसपी सेन ने बताया कि पकड़े गए सभी जुआरियों के आधार कार्ड की फोटो कॉपी ले ली गई है। मनीष सिंह ने अपना नाम गलत बताया था इसलिए उसके खिलाफ पुलिस को झूठी जानकारी देने के मामले में धारा 177 के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अन्य 22 जुआरियों द्वारा बताए गए नाम और पते का आधार कार्ड से मिलान किया जा रहा है। झूठी जानकारी देने वाले दूसरे जुआरियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।