जिला अस्पताल में आधा से ज्यादा नर्सें हड़ताल पर, मरीज हुए परेशान
मरीज पहले इलाज कराने के लिए आपस में विवाद करने लगे।

बिलासपुर . जिला अस्पताल में आधा से ज्यादा नर्सें हड़ताल पर चली गई है। जिसके कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। सिविल सर्जन ने सभी हड़तालियों को सारी सुविधाओं से वंचित करने की बात कही। जिला अस्पताल में 56 नर्स अपनी सेवा दे रहे हैं। अपनी मांगों को मनवाने के लिए आधा से ज्यादा नर्से हड़ताल पर चली गई है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने सभी हड़तालियों को लिखित में जानकारी मांगी है। उन्होंने बताया कि जितनी भी नर्सें हड़ताल पर गई है उनका उस दिन का पेमेंट काट दिया जाएगा तथा सारी सुविधाओं से उन्हें वंचित रखा जाएगा। मालूम हो कि राज्य शासन ने आदेश पारित करते हुए कहा कि अगर किसी मरीज की इलाज के दौरान मौत होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी नर्सों पर होगी तथा उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों ने की धक्का मुक्की, भड़के सिविल सर्जन, चेंबर से किया बाहर : सिविल सर्जन कक्ष में हड्डी रोग का इलाज कराने के लिए मरीजों की भीड़ एक साथ पहुंच गई। पहले इलाज कराने की होड़ में मरीजों में विवाद हो गया। इस बीच सिविल सर्जन के कक्ष में अस्पताल का एक स्टाफ किसी काम से जा रहा था। मरीजों ने स्टाफ से भी धक्का मुक्की कर दी। इससे नाराज सिविल सर्जन ने मरीजों को फटकार कर बाहर कर दिया। जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में तीन डाक्टर हैं। इनमें एक डॉक्टर एक महीने की छुट्टी पर हैं। दूसरे की ड्यूटी केजुअल्टी में लगी है। सुबह की पाली में हड्डी रोग विभाग में कोई डॉक्टर नहीं होने के कारण सिविल सर्जन एसएस भाटिया स्वयं इलाज करते हैं। वे सुबह 12 बजे सिविल सर्जन कक्ष में मरीजों का इलाज कर रहे थे। बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी थी। एक नर्स सिविल सर्जन से दस्तखत कराने के लिए उनके कक्ष में पहुंची तो मरीजों की भीड़ भी कक्ष के अंदर घुस गई। मरीज पहले इलाज कराने के लिए आपस में विवाद करने लगे। इससे नाराज सिविल सर्जन ने सभी को डांट डपटकर कक्ष से बाहर कर दिया। मरीज बाहर खड़े होकर भी हंगामा करते रहे।
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