scriptरो-रोकर सूख गईं माँ की ऑंखें, पांच दिन बीत गए न कॉल आया और न चिट्ठी, इधर 500 पुलिस कर्मचारी लौटे मुंह लटकाए | Mother continuously crying for 5 days | Patrika News

रो-रोकर सूख गईं माँ की ऑंखें, पांच दिन बीत गए न कॉल आया और न चिट्ठी, इधर 500 पुलिस कर्मचारी लौटे मुंह लटकाए

locationबिलासपुरPublished: Apr 24, 2019 11:12:40 pm

Submitted by:

Murari Soni

पत्रिका मुहिम, विराट को माँ से मिलाना है। आपको कही कोई जानकारी मिलती है तो मोबाइल नंबर पर करें संपर्क।

Mother continuously crying for 5 days

रो-रोकर सूख गईं माँ की ऑंखें, पांच दिन बीत गए न कॉल आया और न चिट्ठी, इधर 500 पुलिस कर्मचारी लौटे मुंह लटकाए

हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस ने मामले का लिया संज्ञान
० हर संभावना पर जांच करने का दावा करने वाली पुलिस साइबर सेल के कार्यालय तक सिमटी
० दूसरे जिलों में भेजी गई टीमें भी बैरंग लौटी
बिलासपुर.़ करबला रोड स्थित भाजपा कार्यालय के सामने कश्यप कॉलोनी गली से २० अप्रैल को बर्तन व्यापारी के बेटे विराट सराफ के अपहरण के मामले में अभी जांच आगे नहीं बढ़ी है। परिजनों के पास न तो कोई कॉल आयी और न ही चिट्ठी। उधर सामाजिक संगठन विराट की सकुशल वापसी के लिए दुआ कर रहे हैं। डीजीपी के आदेश पर गठित बालोद, कोंडागांव और बिलासपुर एसपी समेत साइबर एक्सपर्ट की टीम यह तय नहीं कर पाए हैं कि अपहरणकर्ता विराट को लेकर किस दिशा में गए हैं।
हाईप्रोफाइल अपहरण केस बन चुके विराट सराफ (६ वर्ष) के मामले में पुलिस की जांच दम तोड़ती नजर आ रही है। पिछले४ दिनों से अपहरण के आरोपियों को पकडऩे का प्रयास कर रहे ३ जिलों के एसपी , साइबर एक्सपर्ट समेत १०० से अधिक पुलिसकर्मी अभी तक यह पता नहीं लगा सके हैं कि विराट का अपहरण करने वाले करबला से पुराना बस स्टैण्ड चौक पहुंचने के बाद किस दिशा में गए हैं। पुलिस अपहरण में इस्तेमाल बिना नंबर की वैगनआर का सुराग भी नहीं लगा सकी है। शहर में करीब १५० से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाल चुकी पुलिस को किसी कैमरे में बिना नंबर की सफेद रंग की कार नहीं दिखी है। दिशाहीन जांच कर रही पुलिस ने शहर में संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने तक सीमित रह गई है। अब तक ४०० से अधिक संदेहियों को पकड़ कर पुलिस ने पूछताछ की है, लेकिन नतीजा शून्य रहा है।
मोबाइल टॉवर डंप भी खंगाल नहीं पाई पुलिस
अपहरण करने वाले एक युवक की तस्वीर २० अप्रैल की रात करीब साढ़े ७ बजे से ८ बजकर १४ मिनट तक मोबाइल पर बातें करते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। साइबर सेल की टीम पुराना बस स्टैण्ड में लगे मोबाइल टॉवरों में डंप हुए नंबरों को खंगाल रही है। सूत्रों के अनुसार विराट के अपहरण से पूर्व पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र में करीब २२ हजार मोबाइलों से लोग बातें कर रहे थे। साइबर सेल की टीम और पुलिस आरोपी का मोबाइल नंबर का सुराग नहीं लगा पाए हैं।
बैरंग लौटी टीमें
अपहरण के आरोपियों को ढूंढने बालोद, रायगढ़, महासमुंद, धमतरी और बिलासपुर के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियोंकी अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। एएसपी, डीएसपी, टीआई , हवलदार और आरक्षक समेत ८४० पुलिस कर्मियों की टीम, रायपुर, महासमुंद, बालोद, अंबिकापुर , रायगढ़, समेत कई जिलों में भेजी गई थी। बुधवार को सभी टीमें बैरंग लौट आई।
रेकी के बाद घटना को दिया गया अंजाम
चुनाव आचार संहिता के दौरान जिले से बाहर जाने वाले मार्गों पर नाकेबंदी के बावजूद अपहरण की वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस की नाक के नीचे से बच्चों को ले जाने वाले आरोपियों ने घटना को अंजाम देने से पहले विराट के घर के आसपास की रेकी की थी। साथ ही भागने के लिए पहले से रास्ते ढूंढ निकाले थे। यही कारण है कि अपहरण करने वाले पुलिस से दो कदम आगे चल रहे हैं।
घरों में काम करने वाली महिलाओं से सुराग की उम्मीद
अपहरण करने वाले आरोपियों को विराट और उसके परिवार की पूरी जानकारी देने वाले राजदार की तलाश पुलिस कर रही है। परिजनों और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ में पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। वहीं पुलिस अब विराट के घर के आसपास के मकानों मकानों में काम करने वाली महिलाओं पर संदेह व्यक्त कर रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने कामकाजी एक महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
,
Mother continuously crying for 5 days
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो