कोनी में सिटी बसों के संचालन के लिए 2 करोड़ की लागत से निर्मित सिटी बस टर्मिनल डिपो परिसर को रॉमकी कंपनी एमएसडब्ल्यू सॉल्यूशन को गाडिय़ां खड़ी करने के लिए दी गई है। सामने के हिस्से में कचरा संकलन के लिए निकलने वाली गाडिय़ां खड़ी होती हैं। शाम को अचानक परिसर में खड़ी शहर के डस्टबिन से कचरा संकलन करने वाली काम्पेक्टर वाहन और इसके अगल-बगल में खड़ी दो ऑटो प्लेसर में आग लग गई। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने आनन-फानन में यहां कतार से खड़ी गाडिय़ों को वहां से हटाया और पानी टंकी के वॉल्ब को खोलकर पानी डाल आग को बुझाने का प्रयास किया।
कर्मचारी आग पर काबू पाने के लिए बाल्टी में पानी डालकर बुझाने में लगे रहे वहीं राहगीर अंदर घुसकर मोबाइल कैमेरे से फोटो और वीडियो बनाने में लगे रहे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह पानी डालकर वाहनों में धधक रही आग को बुझा लिया गया। सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड की गाड़ी भी मौके पर पहुंची परंतु तब तक आग को बुझाया जा चुका था। आगजनी की इस घटना से काम्पेक्टर वाहर और ऑटो प्लेसर के सामने का हिस्सा आग से जलकर नष्ट हो गया।
टल गया बड़ा हादसा- सिटी बस टर्मिनल डिपो परिसर में जहां आगजनी की घटना हुई वहां से कुछ ही दूरी पर पिछले तीन चार माह से बीमार बसें भी खड़ी हुई है जो आग की चपेट में आने से बच गई। ये गाडिय़ां बिना पहिए के पत्थरों और रचकर रखे गए ईंट की ढेरी के सहारे खड़ी है। ऐसे में यदि आग की लपट तेज होती तो सिटी बसें भी इसकी चपेट में आ सकती थी।
शाम को शार्ट सर्किट से सिटी बस टर्मिनल परिसर में खड़ी एमएसडब्ल्यू सॉल्यूशन की कचरा कंाम्पेक्टर और ऑटो प्लेसर में आग लगी थी जिसे वहीं पानी डालकर बुझा लिया गया। मौके पर फायर बिग्रेड की टीम भी पहुंच गई परंतु तब तक आग पर काबू पा लिया गया था।
अनुपम तिवारी, नोडल अधिकारी, सार्वजनिक शहरी यातायात सोसायटी