जानकारी के अनुसार किलावार्ड पचरीघाट निवासी व हिस्ट्रीशीटर राजकुमार उर्फ राका यादव पिता राधेश्याम यादव की शुक्रवार की रात उसके फुफेरे भाई व राजेन्द्र नगर निवासी सुभाष यादव ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने मृतक की मां चन्द्रिका बाई का बयान दर्ज किया। उसने पुलिस को बताया कि किला वार्ड में उनके घर के पीछे आरोपी सुभाष का ससुराल है। वह हमेशा ससुराल आता-जाता था। सुभाष के साथ उसकी पत्नी भी आती-जाती थी। पिछले 5 वर्षों से राका का सुभाष से विवाद था। वह सुभाष की पत्नी से गाली गलौज करता था। सुभाष ने राका को कई बार समझाइश दी थी, लेकिन वह नहीं मान रहा था। शुक्रवार की रात सुभाष ससुराल आया था। वह शराब के नशे में था। उसने राका को घर से बाहर निकलने के लिए आवाज लगाई। राका घरपर नहीं था। करीब आधे घंटे के बाद राका दुर्गा विसर्जन देखकर वापस घर पहुंचा। घर के बाहर गली में सुभाष ने राका को रोक लिया और उसपर चाकू से पेट में 5-6 बार ताबड़तोड़ वार किया।
हमले में राका की मौके पर मौत हो गई। मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। घटना के बाद से फरार आरोपी सुभाष को पुलिस तलाश कर रही थी। सोमवार दोपहर करीब 3 बजे आरोपी ने तारबाहर थाने के पास पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। आरोपी को पुलिस कर्मियों ने तारबाहर थाने के संवेदना कक्ष में रखा। वह शराब के नशे में चूर था।
घटना के बाद यहां रहा
आरोपी ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद वह घर गया और वहां से कपड़े लेकर उसलापुर में परिचित के घर चला गया। अपने मित्र चैतराम उर्फ टोपी को सोने की 5 अंगूठियां उतारकर दी थी। वहां से सिरगिट्टी , कोटा और अन्य स्थानों पर तीनों दिनों तक रहा। सोमवार को सरेंडर करने वह तारबाहर थाने पहुंचा था।
स्थिति खराब होने पर किया सिम्स में भर्ती
आरोपी शराब के नशे में चूर था। सरवाइकल बीमारी होने के कारण उसने गर्दन में पट्टा लगा रखा था। उसकी स्थिति को देखते हुए पुलिस ने हिरासत में रखने के बजाए सिम्स लेकर गए। यहां डाक्टर ने उसे भर्ती कर लिया। पुलिस कर्मी उसकी सुरक्षा में तैनात रहे।