रोबिन एनिगो मिंज के शोध का विषय छत्तीसगढ़ राज्य में पाए जाने वाले ब्लू ग्रीन एल्गी के जैव विविधता पर शोध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य अपनी विविधता एवं प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं लेकिन अधिकांश क्षेत्र शोध की दृष्टि से अछूते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य कृषि पर आधारित हैं। इसलिए वर्तमान शोध और नवीन तकनीकों के साथ नई जानकारी हमेशा विज्ञान के नवीनतम उभरते क्षेत्र के बीच कृषि प्रथाओं को आसान बनाने का प्रयास करती है। छत्तीसगढ़ जैसे राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था के संदर्भ में जैव विविधता को विशेष रूप से बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
शोध में पाया गया है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से नये नीले हरे शैवाल को पहली बार खोजा गया है जिसका नाम बिलासपुर शहर के नाम पर सिक्टोनेमा बिलासपुरेनसिस है। शोध में 100 से अधिक विभिन्न नीले हरे शैवाल का संग्रहण छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के खेतों में किया गया है इनमें से 40 नीले हरे शैवालों को विशेष लक्षणों के आधार पर चयन कर उन्हें कृतिम संवर्धन के माध्यम से संवर्धित किया गया है, जिसे उच्च शोध संस्थान एनसीबीआई में संग्रहित किया गया है।
कृषि की दृष्टि से ये शैवाल बहुत अधिक महत्व रखते हैं एवं जैव उर्वरक के रूप में शैवालों का प्रयोग किसानों द्वारा हमेशा से किया जा रहा है। ब्लू ग्रीन एल्गी में वायुमंडलीय नाइट्रोजन को स्थरीकरण करने का विशेष गुण पाया जाता है जिससे धान की फसल को आंशिक मात्रा में नाइट्रोजन की पूतिज़् होती है इसके साथ मिट्टी की गुणवत्ता, जल ग्रहण क्षमता एवं उर्वरता को कायम रखने में मददगार साबित होते हैं जो कि जैविक खाद का सस्ता व सुलभ विकल्प है।