कलेक्टर ने सुराजी ग्राम योजना के तहत गांवों में बनाए गए हर गौठान के लिए प्रभारी अधिकारी बनाए जाने का निर्देश दिया। जिससे गौठानों का बेहतर संचालन किया जा सकेगा। ये अधिकारी गौठान की व्यवस्था के संबंध में प्रतिदिन रिपोर्ट देंगे। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण से होने वाले आय की मॉनिटरिंग करेंगे। उन्होंने बताया कि गौठान संचालन के लिए शासन द्वारा दस हजार रुपए दिए जा रहे हैं। उसके व्यय की मॉनिटरिंग भी प्रभारी अधिकारी करेंगे, साथ ही गौठानों में पौधरोपण सुनिश्चित करेंगे। प्रभारी अधिकारी को माह में कम से कम एक बार गौठानों का दौरा करना होगा। गौठान में गड़बड़ी या बंद पाए जाने पर जिम्मेदारी सुनिश्चित करने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया। बारी योजना के तहत उद्यानिकी विभाग द्वारा दस हजार सब्जी बीज मिनी किट किसानों को वितरित किए गए हैं। इन बीजों से किए जा रहे उत्पादन के संबंध में रिपोर्ट देने कहा गया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिन गांवों में चारागाह नहीं हैं, वहां चारागाह विकास के लिए वन विभाग द्वारा केम्पा मद से राशि दी जाएगी । इस संबंध में कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्देश दिया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितेश अग्रवाल ने मनरेगा अंतर्गत विभागों को कार्य का प्रस्ताव देने कहा। ताकि बरसात के बाद कार्य प्रारंभ किया जा सके।
कलेक्टर ने जिले में पोला और तीजा तिहार को परंपरागत रूप से मनाने हेतु विविध कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। पोला तिहार पर बैल दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी । साथ ही तीजा तिहार के अवसर पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा महतारी जतन योजना के तहत महिलाओं के लिए करूभात का आयोजन किया जाएगा । इन त्यौहारों पर विभिन्न स्थानो ंपर वृहद पौधरोपण करने का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में एक सितंबर से 31 अक्टूबर तक राजस्व पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए।