रात को दिलेश्वर की पत्नी को जैसे ही पता चला कि उसके पति की मौत हो गई है वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाई और पति की मौत के वियोग में खुद को भी मौत के हवाले कर दिया। बुर्जुडीह के पंचायत सचिव राजकुमार यादव ने बताया कि मृतिका का मायके शंकरगढ़ के पास महुआडीह गांव में है। अपने पति दिलेश्वर की मौत की खबर सुनकर वह भी शंकरगढ़ अस्पताल पहुंची थी वहां रो-रो कर उसका बुरा हाल हो रहा था तो घर के लोग उसे घर ले आए थे और उसने अपने घर में ही सुबह-सुबह फांसी लगा ली। रायमुनि भगत ने दोनों घटनाओं पर शोक जताया है। उन्होंने बताया कि नजदीकी अस्पताल शंकरगढ़ में जाकर वह घायलों और मृतको के परिजनों से मिलकर उन्हे ढांढस बंधाया और बेहतर इलाज का भरोसा दिया। पाठकों का ज्ञात हो कि जिले के सन्ना तहसील के सुलेसा बुर्जुडीह में रविवार को गांव के साप्ताहिक बाजार के होटल में आकाशीय बिजली गिरने से ३ लोगों की मृत्यु हो गई थी। इनमें 2 युवक और एक 12 वर्ष की बालिका शामिल हैं। आकाशीय गाज ने बाजार में 10 लोगों को अपनी चपेट में लिया है। गांज की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुए प्रभावित 7 मरीजों का इलाज बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ हॉस्पिटल में किया जा रहा है। विकास खंड चिकित्सा अधिकारी के अनुसार 7 की हालत खतरे से बाहर है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, मदद के दिए निर्देश: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आकाशीय बिजली गिरने की घटना में तीन लोगों की हुई मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने आकाशीय बिजली गिरने की घटना में प्रभावित लोगों के बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने आकाशीय बिजली की घटना में मृत लोगों के परिजनों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधान के तहत प्रत्येक को ४-४ लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
घायलों के इलाज में जुटी जिला प्रशासन की टीम : बगीचा बगीचा के एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत ने शंकरगढ़ अस्पताल पहुंच घायलों की मदद में पूरी ताकत झोंक दी है। जिले के बगीचा से पड़ोसी जिले बलरामपुर के शंकरगढ़ गए अधिकारियों ने घायलों की मदद में हर संभव प्रयास शुरू कर दिया है और बेहतर इलाज घायलों का किया भी जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक घायलों का उपचार जारी है और सभी घायल फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।