बिलासपुर

यहाँ सैकड़ों गाड़ियों के नहीं मिल रहे मालिक, अगर आपकी है तो आकर ले जाइये !

रेलवे स्टैण्ड के लावारिस वाहनों के कई मालिकों का नहीं मिला कोई सुराग
परेशानी: दस्तावेज आने के बाद ही आएगी तेजी

बिलासपुरAug 22, 2019 / 12:54 pm

Saurabh Tiwari

यहाँ सैकड़ों गाड़ियों के नहीं मिल रहे मालिक, अगर आपकी है तो आकर ले जाइये !

बिलासपुर. रेलवे बोर्ड से हाई अलर्ट जारी होने के बाद सुरक्षा को लेकर गंभीर हुई रेलवे सुरक्षा बल ने सारथी एप के माध्यम से तीन से वाहन नंबर के आधार पर डिटेल खंगाल रही है। लेकिन बल के हाथ वाहन मालिकों को लेकर कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है। वही दूसरी तरफ आरपीएफ पोस्ट प्रभारी को अब आरटीओ से वाहन संबंधी डिटेल आने का इंतजार है। पोस्ट प्रभारी ने कहा डिटेल आने के बाद अभियान को और तेज किया जाएगा। बिलासपुर रेलवे स्टेशन के वाहन पार्किंग स्टैण्ड में लम्बे समय से ऐसे बहुत से वाहन है जिन्हें लेने कोई आज तक पहुंचा ही नहीं। यह वाहन किसके है इन्हें लेने लम्बे समय तक कोई क्यो नहीं पहुंचा इसकी न तो स्टैण्ड संचालक को चिंता थी और न ही रेलवे सुरक्षा बल को कोई मतलब।
रेलवे बोर्ड से लवारिश वाहनों की जांच व उनके मालिकों की डि़टेल निकालने का आदेश मिलने के बाद हरकत में आई रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने आनन-फानन में 103 मोटर सायकल को वर्तमान में चिंहाकिंत किया है जिन्हें लम्बे समय से कोई लेकर ही नहीं गया। और न ही इन वाहनों के संदर्भ में सायकल स्टैण्ड संचालक को जानकारी थी। ऐसे वाहनों पर लिखे नंबर प्लेट के आधार पर आरपीएफ ने परिवाहन विभाग से साफ्टवेयर सारथी से वाहन मालिकों की तलाश करने व पत्राचार के माध्यम से आरटीओं में दर्ज वाहन मालिकों के नाम व घर का पते की मांग की थी। तीन दिनों में सारथी साफ्टवेयर के माध्यम से आरपीएफ जवानों ने वाहन मालिकों की तलाश शुरू की लेकिन अधिकांश नम्बर की डि़टेल के नाम पर केवल वाहन मालिकों के नाम व वाहन का नंबर ही फीड है। न तो किसी के घर का पता है और न ही ऐसी जानकारी जिसके आधार पर वाहन मालिकों को तक पहुंचा जा सके। आरपीएफ को आरटीओ से मिलने वाली लिस्ट का इंतजार है आटीओ से मिले दस्तावेज के आधार पर कुछ स्थिति स्पष्ट होने की संभावना आरपीएफ अधिकारियों को भी है।
50 वाहन मालिकों का ही मिल सका है नाम
साफ्टवेयर के माध्यम से लवारिश वाहन मालिको की खोजबीन करने आरपीएफ के कोशिश शुरू की है। शुरुआती दौर में ऐसे 50 वाहन मालिकों को नाम मिले है लेकिन घर का पता नहीं है । तो वही 53 वाहन ऐसे भी है जिनका कोई रिकार्ड ही सिस्टम में नहीं है। आखरी उम्मीद आरटीओ से मिलने वाली लिस्ट पर ही है।
जांच आगे बढ़ेगी
103 चिन्हाकिंत वाहनों के संदर्भ में आरटीओ की वेबसाइड सारथी के माध्यम से जांच शुरू की गई लेकिन कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी। अब आरटीओ से मिलने वाली लिस्ट का इंतजार कर रहे है। लिस्ट आने के बाद ही जांच आगे बढ़ेगी।
दिलीप बस्तिया, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी बिलासपुर
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