कलिंग उत्कल हरिद्वार-पुरी एक्सप्रेस(18478) में दूसरे ब्रांड का पानी बेचने का गोरखधंधा धडल्ले से चल रहा है। गुरुवार को भी ट्रेन में यात्रियों को प्रतिबंधित ब्रांड पमपम की बोटल बेची जा रही थी। जबकी ट्रेन में रेलनीर की बॉटल भारी संख्या में रखी हुई थी। उत्कल एक्सप्रेस में बिक रही पानी बॉटल की सूचना लगते ही स्टेशन निदेशक अपने सहयोगी के साथ ट्रेन में पहुंचे। तलाशी के दौरान उन्होंने प्रतिबंधित पमपम कम्पनी का 22 बॉटल पानी मिला जिसे पेंट्रीकार के वेंडर बेचने के लिए जा रहे थे। तलाशी के बाद प्रतिबंधित ब्रांड की पानी बॉटल को रेलवे अधिकारियों ने जब्त किया है। जांच के दौरान ट्रेन में मौजूद पेट्रीकार मैनेजर इंद्रजीत सिंह का कहना था कि यह पानी वह अपने व स्टाफ के पीने के लिए रखता है। साथ ही यह भी कहा कि ट्रेन में पानी की एक भी बॉटल नहीं थी आर्डर देने पर बिलासपुर से पानी की बॉटल उसे लाकर अधिकारी दे रहे है।
रसोई का खाना किया चेक
पानी की बॉटल जांच के दौरान रेलवे अधिकारियों ने रसोई में व्यवस्था देखने पहुंचे और वहां रखे खाने की भी जांच की। इस दौरान रेलवे अधिकारियों ने मौजूद आईआरसीटीसी अधिकारियों को पेंट्रीकार मैनेजर पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पानी की बॉटल जांच के दौरान रेलवे अधिकारियों ने रसोई में व्यवस्था देखने पहुंचे और वहां रखे खाने की भी जांच की। इस दौरान रेलवे अधिकारियों ने मौजूद आईआरसीटीसी अधिकारियों को पेंट्रीकार मैनेजर पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
अधिकारी को नहीं दिखा दूसरे ब्रांड का पानी
रेलवे स्टेशन में पेंट्रीकार में वेंडर दूसरे ब्रांड पमपम का पानी बाल्टी में रख कर बेचने जा रहे थे, उस दौरान वहां पर आईआरसीटीसी के अधिकारी भी मौजूद थे। वह पेंट्रीकार में रेलनीर की बॉटल चढ़वा रहे है। लेकिन उन्हें दूसरे ब्रांड का पानी दिखाई नहीं दिया।
रेलवे स्टेशन में पेंट्रीकार में वेंडर दूसरे ब्रांड पमपम का पानी बाल्टी में रख कर बेचने जा रहे थे, उस दौरान वहां पर आईआरसीटीसी के अधिकारी भी मौजूद थे। वह पेंट्रीकार में रेलनीर की बॉटल चढ़वा रहे है। लेकिन उन्हें दूसरे ब्रांड का पानी दिखाई नहीं दिया।