scriptबिना टेंडर के चल रहा है सफाई, अधिकारी शिकायतों को कर रहे हैं अनसुना | Officials are ignoring complaints | Patrika News

बिना टेंडर के चल रहा है सफाई, अधिकारी शिकायतों को कर रहे हैं अनसुना

locationबिलासपुरPublished: Aug 05, 2020 08:22:21 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

चारों ठेकेदार द्वारा नाली सफाई के लिए कर्मचारी कम लगाने की लगातार शिकायत मिल ही रही थी। इस बीच 90 कर्मचारी और बढ़ा दिए गए । इसके पीछे तर्क दिया गया कि नगर निगम में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों में गैंग बनाकर सफाई कार्य कराया जाएगा।

बिना टेंडर के चल रहा है सफाई, अधिकारी शिकायतों को कर रहे हैं अनसुना

बिना टेंडर के चल रहा है सफाई, अधिकारी शिकायतों को कर रहे हैं अनसुना

बिलासपुर. नगर निगम में सफाई ठेका पिछले 11 महीने से बिना टेंडर के चल रहा है। चार ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए नगर निगम द्वारा टेंडर नहीं किया जा रहा था। इसके अलावा परिसीमन का हवाला देकर 90 कर्मचारी और बढ़ा लिए गए। कई पार्षद अपने वार्ड में सफाई कर्मचारियों के नहीं आने से नाली की सफाई न होने और झाडू नहीं लगाने की आयुक्त से लिखित में शिकायत कर चुके हैं। अधिकारी पार्षदों की शिकायतों को भी अनसुना कर दे रहे हैं।

नगर निगम के सफाई विभाग द्वारा सितम्बर 2018 में एक साल के लिए नाली सफाई के लिए टेंडर कर वर्क आर्डर किया गया। इसमें चार ठेकेदारों ने भाग लिया।220 कर्मचारी प्रतिदिन नाली सफाई कर रहे थे। चारों ठेकेदार द्वारा नाली सफाई के लिए कर्मचारी कम लगाने की लगातार शिकायत मिल ही रही थी। इस बीच 90 कर्मचारी और बढ़ा दिए गए । इसके पीछे तर्क दिया गया कि नगर निगम में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों में गैंग बनाकर सफाई कार्य कराया जाएगा।

लेकिन इस गैंग का अता पता नहीं रहता है। बताया जाता है कि 40 और 50 कर्मचारियों का अलग अलग गैंग बनाया गया है। इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के पार्षद सफाई की शिकायत करते रहते हैं। इस तरह नाली की सफाई के लिए प्रतिदिन 310 कर्मचारी निकलते हैं। इसके बावजूद नाली में कचरा जाम होने की लगातार शिकायत मिल रही है।

इस मामले में स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आेंकार शर्मा का कहना है कि ठेका सप्ताह होने के दिन चुनाव आ गया जिसके कारण ठेका को एक्सटेंशन किया। इसके बाद लॉक डाउन हो गया। बताया जाता है लगातार शिकायत मिलने के बाद अब नए सीरे से टेंडर कर ठेका करने की तैयारी की जा रही है, वह भी विवादों में फंस गया है।

नाली सफाई के लिए एक साल का ठेका दिया गया था। चुनाव के कारण उसी ठेका को आगे बढ़ा दिया गया। नगर निगम सीमा में शामिल गांवों में सफाई के लिए कर्मचारी बढ़ाए गए थे। बीच में शिकायत मिली थी जिसे दूर किया गया था। अब नए सिरे से टेंडर किया जाएगा।

-डॉ. ओंकार शर्मा,स्वास्थ्य अधिकारी,नगर निगम

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