गौरतलब है कि चांटीडीह स्थित मेलापारा में महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर वर्ष 1925 से लगातार हर साल मेले का आयोजन किया जाता है। अरपा किनारे आयोजित मेले में कहा जाता है कि यहां चारों धाम के दर्शन होते हैं और कोने-कोने से व्यापारी आते हैं।
इस बार आयोजकों ने पत्रिका के स्वर्णिम भारत अभियान से जुड़कर मेले में साफ-सफाई रखने और प्लास्टिक का उपयोग न करने व न करने देने की शपथ ली।
शपथ ली कि हम भारतीय संविधान की ओर से प्रदत्त मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों का ईमानदारी से देश हत में निष्ठापूर्वक निर्वहन करेंगे और अपने आसपास साफ-सफाई रखेंगे। साथ ही प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे।
इस बार आयोजकों ने पत्रिका के स्वर्णिम भारत अभियान से जुड़कर मेले में साफ-सफाई रखने और प्लास्टिक का उपयोग न करने व न करने देने की शपथ ली।
शपथ ली कि हम भारतीय संविधान की ओर से प्रदत्त मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों का ईमानदारी से देश हत में निष्ठापूर्वक निर्वहन करेंगे और अपने आसपास साफ-सफाई रखेंगे। साथ ही प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे।