छत्तीसगढ़ लघु उद्योग संघ के अधयक्ष हरीश केडिय़ा इस पैकेज को बहुत जरूरी बताते हुए कहते हैं कि बैंकों को भी लोन देने में रुचि लेनी होगी। सरकार कह चुकी है कि लोन की गारंटी उसकी है, तो अब कोई संशय नहीं होना चाहिए। संभाग के लगभग 4000 उद्योगों में से आधे से ज्यादा लॉकडाउन के कारण पूंजी की कमी से जूझ रहे हैं, उनको भारी राहत मिलेगी।
अगर लोन मिलने में आनाकानी हुई तो उद्योग संघ बैंकों से बात करेगा। हालांकि बैंकों का रुख भी सकारात्मक है। बैंक पुराने लोन में 10 से 20 प्रतिशत तक तत्काल ही बिना नए दस्तावेज के स्वीकृत कर रहे हैं। संभाग के उद्योग से जुड़े लोग भी नए प्रोजेक्ट प्रस्तुत कर रहे हैं।
पहुंच रहे रोजाना 100 से ज्यादा लोग
कोरबा स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक बी स्वाई ने बताया कि स्टेट बैंक की सभी शाखाओं को इस संबंध में कार्यवाही के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। बैंकों की शाखाओं में आज लगभग 100 लोग स्कीम का लाभ लेने के लिए आ रहे हैं। जिले में बड़ी संख्या में लघु व मध्यम उद्योग हैं, उनको इस स्कीम से फायदा होगा।
बैंक प्रोत्साहित कर रहे, लोगों में भी रुचि
जांजगीर एसबीआई के चीफ मैनेजर एके नायक का कहना है कि छोटे एवं मध्यम वर्ग के लोन धारकों को और लोन लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। क्षेत्र के लगभग 300 उद्योगों को इसका लाभ मिलेगा। महाराष्ट्र बैंक के मैनेजर एसके पाढ़ी ने बताया कि अपने लोन धारकों को सप्लीमेंट लोन देने के लिए फोन कर रहे हैं। लोग भी सम्पर्क कर रहे हैं।
उद्योगों को मिलेगी बड़ी राहत
रायगढ़ के बैंक अधिकारियों का कहना है कि जिले के 700 से ज्यादा उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में जो कमर टूटी थी। अब एमएसएमई के माध्यम से कुछ राहत मिलेगी।
गति मिलेगी उद्योगों को
अंबिकापुर जिला उद्योग महाप्रबंधक अब्दुल शाकिर ने बताया कि एमएसएमई के बारे में जानकारी लेने वालों की संख्या बढ़ी है। कर्ज से मुक्ति के लिए कर्ज के रूप में नहीं बल्कि इसे उद्योगों को गति देने के लिए सहायता के रूप देखा जाना चाहिए। कोरिया जिले में भी रोजाना बड़ी संख्या में इस योजना की जानकारी लेने कर्जदार बैंकों में आ रहे है।