निगम प्रशासन ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर पॉलिथीन के खिलाफ अभियान चलाकर कारोबारियों के संस्थानों पर छापेमारी की तब हडक़ंप मच गया। (10 points on harmful effects of plastic bags) सालों पूर्व ठोंगा बनाने का काम करने वाले परिवारों को लगा कि उनका पुराना रोजगार फिर से पुर्नजीवित हो गया और वे अपने परिवार जनों के साथ ठोंगा बनाने जुट गए। (HARMFUL EFFECTS OF PLASTIC BAGS) पूरा परिवार इस काम में लगा रहता था कुछ दिन तक बिक्री भी अच्छी हुई लागत अधिक होने पर भी बिक्री ज्यादा होने की वजह से उतना फर्क नहीं पड़ा, लगा कि कुछ दिन में स्थिति सम्हल जाएगी परंतु निगम प्रशासन के अभियान को लेकर ठंडा पड़ते ही उनके चूल्हे भी ठंडे पडऩे लगे अंतत: उन्हें पुराना काम छोडऩा पड़ गया। (plastic bag pollution facts)
क्या कहते हैं ठोंगा बनाने वाले – पॉलिथीन आने के बाद थैला का चलन बंद हो गया लोग खाली हाथ आते हैं। पालिथीन अच्छा कैरियर बन गया बाजार में इसका अच्छा प्रभाव है। ठोंगा इसका विकल्प नहीं हो सकता समझ में आया और बिक्री बंद होने से हमने बनाना बंद कर दिया।
अखिलेश कुमार, करबला रोड
हम 10 और 11 रुपए किलोग्राम में पेपर खरीदकर लाने के बाद घर में कटिंग करते और फिर लेई लगाकर ठोंगा बनाते फिर उसे सुखाते थे और 25 रुपए किलोग्राम में बेचते थे। लागत और मेहनत अधिक था और बिक्री भी कम हो गई इसलिए बनाना बंद कर दिया।
युवराज कुमार, करबला रोड