जोरापारा तालाब के चारों तरफ घनी बस्ती है, बताया गया कि कभी इस तालाब से आसपास के 15 वार्डों का निस्तार हुआ करता था। जैसे-जैसे तालाब गंदगी की चपेट में आया वैसे तालाब का पानी इस्तेमाल करने लायक नहीं बचा। जोरापारा तालाब में पत्रिका द्वारा चलाए गए महाभियान की सराहना करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि ये तालाब वार्ड की सुंदरता में चार चांद लगाता था। अब देखरेख का अभाव दिख रहा है।
-शहर के अधिकांश तालाब सूख चुके हैं। तालाबों में गंदगी है। आवश्यकता है कि मोहल्लों के लोगों को जागरुक किया जाए ताकि वे यहां गंदगी न फेंके। तालाबों का गहरीकरण हो।
राजेश शुक्ला
पार्षद -जैसे हम अपने बच्चों की देखरेख करते हैं उसी तहर स्थानीय लोगों, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को पारांपरिक जल स्त्रोतों की देखभाल करनी होगी तभी हम इन्हें बचा पाएंगे।
विजय ताम्रकार
जनप्रतिनिधी
राजेंश दुशेजा
पार्षद
गोपाल दुबे
कांग्रेस युवा नेता -पत्रिका अमृतम जलम अभियान की तरह लगातार जल संरक्षण के लिए जागरुकता अभियान चलते रहने चाहिए। लोग जागरुक होंगे और प्रशासन के साथ कार्य करेंगे तो परिणाम बेहतर होंगे।
श्याम साहू
पार्षद
अजीत भोगल