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वार्डों-वार्डों में बहे जल स्त्रोतों के संरक्षण की बयार तभी बचा पाएंगे ये पारांपरिक तालाब

locationबिलासपुरPublished: Jun 02, 2019 10:07:39 pm

Submitted by:

Murari Soni

जोरापारा तालाब की सफाई के लिए पत्रिका अमृतम जलम महाभियान से जुड़े वार्डवासी

Patrika Amratam Jalam Abhiyan in Bilaspur Chhattisgarh

वार्डों-वार्डों में बहे जल स्त्रोतों के संरक्षण की बयार तभी बचा पाएंगे ये पारांपरिक तालाब

बिलासपुर. शहर के पारंपरिक जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे अमृतम जलम महाअभियान का कारवां जोरापारा तालाब पहुंचा। इस अभियान में नगर निगम महापौर किशोर राय, पत्रिका के स्थानीय संपादक वरूण सखा श्रीवास्तव , नगर निगम के अनेक पार्षदों, जनप्रतिनिधियों और सहित सैकड़ों वार्डवासियों ने रांपा घमेला हाथों में पकड़ा एवं तालाब की सफाई की।
इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया। महाभियान में भाग लेने पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि शहर के पारांपरिक जल स्त्रोतों को बचाना है तो वार्ड-वार्ड, गली-मोहल्लों में जल संरक्षण की बयार बहनी चाहिए। लोग जागरुक होंगे तो निश्चित तौर पर जल स्त्रोतों को जीवित किया जा सकता है। लोगों के सहयोग के बिना प्रशासन भी इन पुराने और बहुपयोगी तालाबों को नहीं बचा पाएगा।
जोरापारा तालाब के चारों तरफ घनी बस्ती है, बताया गया कि कभी इस तालाब से आसपास के 15 वार्डों का निस्तार हुआ करता था। जैसे-जैसे तालाब गंदगी की चपेट में आया वैसे तालाब का पानी इस्तेमाल करने लायक नहीं बचा। जोरापारा तालाब में पत्रिका द्वारा चलाए गए महाभियान की सराहना करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि ये तालाब वार्ड की सुंदरता में चार चांद लगाता था। अब देखरेख का अभाव दिख रहा है।
वर्जन..
-शहर के अधिकांश तालाब सूख चुके हैं। तालाबों में गंदगी है। आवश्यकता है कि मोहल्लों के लोगों को जागरुक किया जाए ताकि वे यहां गंदगी न फेंके। तालाबों का गहरीकरण हो।
राजेश शुक्ला
पार्षद

-जैसे हम अपने बच्चों की देखरेख करते हैं उसी तहर स्थानीय लोगों, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को पारांपरिक जल स्त्रोतों की देखभाल करनी होगी तभी हम इन्हें बचा पाएंगे।
विजय ताम्रकार
जनप्रतिनिधी
–जिस तरह से हम पुराने तालाब-कुओं और अन्य जल स्त्रोतों का दोहन कर रहे हैं उससे आने वाले दिनों में पानी के लिए वार न हो जाए। इसलिए हमे अभी से इनके जीर्णोधार की सोचने के लिए कदम उठाने चाहिए।
राजेंश दुशेजा
पार्षद
-हम जल संरक्षण के लिए धरातल पर काम करें तो इसके परिणाम बेहतर होंगे। सभी को एकजुट होकर इन जल स्त्रोंतो के संरक्षण की ओर कदम बढ़ाने पड़ेंगे।
गोपाल दुबे
कांग्रेस युवा नेता

-पत्रिका अमृतम जलम अभियान की तरह लगातार जल संरक्षण के लिए जागरुकता अभियान चलते रहने चाहिए। लोग जागरुक होंगे और प्रशासन के साथ कार्य करेंगे तो परिणाम बेहतर होंगे।
श्याम साहू
पार्षद
-पुराने तालाब, कुओं के आसपास निवास करने वाले लोग जागरुक हों और जल स्त्रोतों के आसपास गंदगी न की जाए तो और प्रशासन संरक्षण के लिए जरुरी कार्य कर तो निश्चित ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
अजीत भोगल
loksabha entry point

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