विश्व पर्यावरण दिवस पर पत्रिका का भव्य आयोजन, रिवर व्यू में शाम 5 बजे से आयोजित होगा पत्रिका क्लीनलिनेस ड्राइव
…ताकि मइया का आंचल मैला न हो, आस्था का केंद्र अरपा सफाई के लिए बढ़ाएं हाथ
बिलासपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज पत्रिका द्वारा शहर में पर्यावरण बचाने का संदेश देते हुए पत्रिका क्लीनलिनेस ड्राइव का आयोजन किया जाएगा। शाम 5 बजे शहर के लगभग 15 विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर रिवर व्यू में अरपा के तट पर कचड़े की सफाई का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा रिवर व्यू में स्थित चौपाटी के दुकानों में जाकर लोगों और दुकानदारों को प्लास्टिक के इस्तेमाल के नुकसान के बारे में बताते हुए से नो तो प्लास्टिक का संदेश देंगे। आयोजन में हुमन्स ऑफ छत्तीसगढ़, एबीवीपी, एनएसयूआई, यूथ संस्कार फाउंडेशन, जज़्बा सोसाइटी, बिलासा अनसेंसर्ड, धिति फाउंडेशन, मासूमियत ग्रुप, टीम ख्वाब, आल मुस्लिम फाउंडेशन, अरपा अर्पण, सीजी सक्षम, नेचर क्लब व अन्य ग्रुप साथ मिलकर सफाई कार्य और लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे। विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शहर के एसपी अभिषेक मीणा, सांसद अरुण साव, विधायक शैलेश पांडेय, एसपी ग्रामीण संजय ध्रुव, एसपी ग्रामीण ओमप्रकाश, डीएसपी विश्वदीप त्रिपाठी (सीएसपी कोतवाली) , डीएसपी एस एस पैंकरा (सीएसपी सिविल लाइन) मुख्य रूप से मौजूद होंगे।
world environment day in Bilaspur” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/05/photo_2019-06-05_00-21-41_4667758-m.jpg”>अरपा एवं जल संरक्षण के लिए तीन दिन एक साथ जुटेंगे शहरवासी 0 अरपा के दोनों किनारों पर श्रमदान से पौधरोपण और करेंगे सफाई 0 बारिश शुरू होते ही जनभागीदारी से बड़े स्तर पर होगा पौधरोपण 0 प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बैठक में रेन वाटर हार्वेस्टिंग और पौधरोपण पर दिया गया जोर बिलासपुर. अरपा नदी में जल संरक्षण के लिए 11 से 13 जून तक शहरवासी एक साथ श्रमदान करके सफाई और पौधरोपण अभियान चलाएंगे। सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक सोमवार को मंथन सभाकक्ष में आयोजित की गई। इसमेंं भू-जल स्तर को बचाने के लिए पौधरोपण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने मंथन सभाकक्ष में शहर के गिरते भू-जल स्तर और अरपा नदी के संरक्षण के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में चर्चा की। बैठक में डॉ.अलंग ने कहा कि जल संरक्षण के लिए 11, 12 एवं 13 जून को बड़े स्तर पर जनजागृति अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान में अरपा नदी के दोनों किनारों पर सफाई की जाएगी और पौधरोपण के लिए गड्ढेे खोदे जाएंगे। खोदे गए गड्ढों में बारिश की शुरुआत होते ही बड़े स्तर पर पौधरोपण किया जाएगा।
कलेक्टर ने जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिये सभी जनप्रतिनिधि, शहर के नागरिकों, मीडिया, विभिन्न संगठनों और अधिकारियों, कर्मचारियों से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि जिले के कई गांवों में जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। जिसे बढ़ाने के लिये भागीरथी प्रयास की आवश्यकता है। अरपा नदी के संरक्षण और जलस्तर बढ़ाने के लिए नगर निगम, जिला पंचायत और वन विभाग ने मिलकर कार्य योजना तैयार की है। जिसके अंतर्गत पहले चरण में 11, 12 और 13 जून को शहर के 10 हजार से भी अधिक नागरिक और विभिन्न वर्गों के लोग अरपा किनारे पहुंचकर श्रमदान करेंगे। श्रमदान का कार्य सुबह 6 से 8 बजे के बीच विभिन्न चिन्हित स्थानों पर किया जाएगा। अरपा के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर की परिधि में कुल 29 प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं, जहां मानसून आते ही पौधरोपण किया जाएगा। इनमें कुदुदण्ड, होमगार्ड ऑफिस, शिव मंदिर, कदम पारा, शनिचरी रपटा, कतियापारा, गुरू नानक स्कूल के पास, लोधीपारा, नगर निगम रेतघाट, पुराना पुल, चिंगराजपारा, छठघाट, मंगला बस्ती, तुर्काडीह एवं नदी किनारे अन्य स्थान शामिल हैं। कलेक्टर ने आग्रह किया कि पौधरोपण के बाद नागरिक एवं विभिन्न वर्गों के लोग पौधों का संरक्षण भी करें। इस अवसर पर सांसद अरुण साव ने कहा कि पानी की कमी से शहरवासियों को बहुत समस्या हो रही है। ये सही समय है कि लोगों को जन-जागरूकता अभियान चलाकर जल संरक्षण के लिए एकत्रित किया जाये। तखतपुर विधायक रश्मि आशिष सिंह ने कहा कि हम सभी को अपने अधिकारों के साथ कर्तव्यों को भी याद रखना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि शाला प्रवेष उत्सव के समय प्रत्येक बच्चे को उपहार स्वरूप पौधा दें, जिसे वे अपने घर के आसपास उपयुक्त स्थान पर लगा सकें। शहर विधायक शैलेष पाण्डेय ने कहा कि जन-जागरूकता अभियान बहुत आवश्यक है। पानी के बोर सूखते जा रहे हैं और जल संकट लगातार बढ़ रहा है। सभी के सहयोग से ही अरपा नदी को पुनर्जीवित करना संभव है। मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने सुझाव दिया कि पौधरोपण के साथ ही नदी में सीवरेज के पानी को जाने से रोकना चाहिए। पुराने कुंओं को भी रैन वाटर हार्वेस्टिंग से जोडऩा होगा। ऐसे बोर जो फेल हो रहे हैं उन्हें भी वाटर हार्वेस्टिंग के रूप में उपयोग कर सकते हैं।