script

परीक्षा जरूरी, अंतिम नहीं, रटने की जगह समझने की आदत बनाएं- डॉक्टर अजय श्रीवास्तव (शिक्षाविद् )

locationबिलासपुरPublished: Mar 18, 2020 08:26:52 pm

Submitted by:

Murari Soni

patrika swarnimbharat and master key campaign in Bilaspur: पत्रिका समूह के 65वें स्थापना दिवस और स्वर्णिम भारत व मास्टर की अभियान

परीक्षा जरूरी, अंतिम नहीं, रटने की जगह समझने की आदत बनाएं- डॉक्टर अजय श्रीवास्तव (शिक्षाविद् )

परीक्षा जरूरी, अंतिम नहीं, रटने की जगह समझने की आदत बनाएं- डॉक्टर अजय श्रीवास्तव (शिक्षाविद् )

बिलासपुर. सीबीएसई व बोर्ड परीक्षाओं के माहौल में पत्रिका समूह के 65वें स्थापना दिवस और स्वर्णिम भारत अभियान के तहत छात्रों को मोटीवेट करने ‘मास्टर कीÓ अभियान चलाया जा रहा है। सीबीएसई और छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे क्षेत्र के हजारों छात्रों को शिक्षाविदों द्वारा सलाह या संदेश दिया जा रहा है। परीक्षा के दिनों में छात्र तनाव मुक्त होकर कैसे पढ़ें, परीक्षा के समय क्या सावधानी बरतें और रीजल्ट के समय छात्र व परिजनों की क्या भूमिका होनी चाहिए बताया जा रहा है।

ये परेशान होकर रटने की परीक्षा नहीं है

अभियान के तहत शिक्षाविद् डॉक्टर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षा सालभर मेहनत की सतत प्रक्रिया की परीक्षा होती है, परेशान होकर रटने की परीक्षा नहीं है। तैयारी के लिए सीधे-सीधे याद रखने की जगह समझने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि कोई चीज समझ में आ गई तो उसे याद आसानी से रखा जा सकता है। परीक्षा में पास होना आवश्यक होता है, यह जरूरी भी है, लेकिन साल के अंत में जाकर हम सोचते हैं तो यह परेशानी का सबब होती है।

रीजल्ट की टेंशन न लें, ये जिंदगी का 10 प्रशित हिस्सा भी नहीं होता
हो सकता है कि पूछे गए प्रश्न आपके अनुसार न आए हों और आप उसने पास न हों। पर ये जिंदगी का 10 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं होता है। रीजल्ट में भी दुखी होने की आवश्यकता नहीं क्योंकि हमे पता होता है कि हमारे पेपर कैसे गए हैं, उसी को एग्जामनर को जांचना है और नंबर देना है। परीक्षा में भले आप पास न हों, हो सकता है आप एक अ’छे खिलाड़ी हों, पेंटर हों, गायक हों या राइटर। ऐसी बहुत सारी विधाएं हैं, जिसमें आप अ’छा कर सकते हैं और कोई भी परीक्षा अंतिम नहीं होती बहुत सारी परीक्षाएं आती हैं। जिसमें हम निपुण हों उसकी तैयारी करें और पास होकर सफल बनें।

नकल करना अपने आप से नकल करना है

परीक्षा हाल में नकल करना अपने आप से नकल करना है। जब आप अपनी सोच के अनुसार प्रश्न का जबाब देते हैं तो उसमें आपकी सोच भी विकसित होती है। परीक्षा हाल में निश्चिंत होकर जाएं। एकाग्रता पूर्वक प्रश्न पढ़ें, समझें और उसका उत्तर लिखें। जैसा आता है वैसा उत्तर लिखें।

ट्रेंडिंग वीडियो