राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण द्वारा बिलासपुर से अंबिकापुर तक बनाये जा रहे फोरलेन सडक़ के लिए बिलासपुर से बगदेवा तक सडक़ किनारे के वर्षों पुराने 4847 हरेभरे और छायादार वृक्षों की कटाई की खबर से पर्यावरण प्रेमी से लेकर आमजनों में आक्रोश है। जिले में सडक़़ निर्माण के लिए हरेभरे वृक्षों की कराई जा रही अंधाधुंध कटाई और इससे बिगड़ते पर्यावरण के संतुलन को लेकर लोग एकजुट होकर विरोध के लिए खड़े होने लगे हैं। पेड़ों की कटाई के निर्णय के विरोध में नागरिक सुबह वृक्ष बचाओ पदयात्रा में शामिल होने नेहरू चौक पहुंचे। नेहरू चौक से सेंदरी तक पदयात्रा का आयोजन किया गया। सरकंडा, कोनी, तुर्काडीह के नागरिक भी पदयात्रा में शामिल हुए और पेड़ों को बचाने की गुहार लगाई। रास्त के गांवों में पदयात्रियों का स्वागत किया गया। पदयात्रियों ने पदयात्रा के दौरान सडक़ किनारे के पेड़ और नए पौधों पर मिट्टी और सीड वॉल भी डाला।
रैली का स्वागत
ग्राम सेंदरी में युवा नेता राजेन्द्र साहू डब्बू के साथ पदयात्रियों का टीका लगाकर स्वागत किया। ग्राम सेंदरी के बाजार चौक में सभा हुई। पर्यावरण प्रेमी प्रथमेश मिश्रा, शिवा मिश्रा, प्राण चड्डा, देवाशीष घटक, अखिलेश चंद्र वाजपेयी, सविता प्रथमेश मिश्रा, नीना सिंग, सत्यकाम आर्या, बीआर कौशिक, मनीष राय, इंजीनियर लक्ष्मी कुमार गहवई, ज्ञानाधार शास्त्री और राजेन्द्र साहू डब्बू ने वृक्षों को बचाने के लिए अपने-अपने विचार रखे और सभी ने सडक़ किनारे के वृक्षों को बचाने के लिए संकल्प पारित किया। रैली में नेचर क्लब बिलासपुर, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ, आक्सी. जन समूह, सेंट्रल यूनिवर्सिटी और कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थी, आर्ट ऑफ लिविंग, नेहरू युवा केन्द्र संगठन के युवा एवं ग्राम कोनी, सेंदरी, गतौरी, जलसो,सेमरताल और रतनपुर के लोग शामिल थे।
ग्राम सेंदरी में युवा नेता राजेन्द्र साहू डब्बू के साथ पदयात्रियों का टीका लगाकर स्वागत किया। ग्राम सेंदरी के बाजार चौक में सभा हुई। पर्यावरण प्रेमी प्रथमेश मिश्रा, शिवा मिश्रा, प्राण चड्डा, देवाशीष घटक, अखिलेश चंद्र वाजपेयी, सविता प्रथमेश मिश्रा, नीना सिंग, सत्यकाम आर्या, बीआर कौशिक, मनीष राय, इंजीनियर लक्ष्मी कुमार गहवई, ज्ञानाधार शास्त्री और राजेन्द्र साहू डब्बू ने वृक्षों को बचाने के लिए अपने-अपने विचार रखे और सभी ने सडक़ किनारे के वृक्षों को बचाने के लिए संकल्प पारित किया। रैली में नेचर क्लब बिलासपुर, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ, आक्सी. जन समूह, सेंट्रल यूनिवर्सिटी और कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थी, आर्ट ऑफ लिविंग, नेहरू युवा केन्द्र संगठन के युवा एवं ग्राम कोनी, सेंदरी, गतौरी, जलसो,सेमरताल और रतनपुर के लोग शामिल थे।