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कोरोना की जांच करने वाली टीम को घर के बाहर से ही लौटा रहे लोग, टारगेट पूरा करने ठंड में आ रहा पसीना

locationबिलासपुरPublished: Nov 23, 2020 02:11:03 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन 2300 से 2400 कोरोना की जांच करने का टारगेट मिल रहा है जिसे पूरा करने में टीम को रोना आ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लैब टेक्निशियन और पैरा मेडिकल स्टाफ मितानिनों की टीम घर—घर सैंपल लेने के लिए रोज निकल रही है।

कोरोना की जांच करने वाली टीम को घर के बाहर से ही लौटा रहे लोग, टारगेट पूरा करने ठंड में आ रहा पसीना

कोरोना की जांच करने वाली टीम को घर के बाहर से ही लौटा रहे लोग, टारगेट पूरा करने ठंड में आ रहा पसीना

बिलासपुर. कोरोना की जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घरों में पहुंच रही है लेकिन उनको दरवाजे से ही लौटा दिया जा रहा है। टीम के सदस्य लोगों को समझाने की कोशिश करते हैं तो उनको कह दिया जाता है कि किसी प्रकार का लक्ष्ण दिखने पर हम खुद आप तक पहुंच जाएंगे। इधर डाक्टरों का कहना है कि लोग लापवाही न बरतें। सर्र्द मौसम में खांसी, बुखार के साथ कोरोना लौट रहा है।

स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन 2300 से 2400 कोरोना की जांच करने का टारगेट मिल रहा है जिसे पूरा करने में टीम को रोना आ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लैब टेक्निशियन और पैरा मेडिकल स्टाफ मितानिनों की टीम घर—घर सैंपल लेने के लिए रोज निकल रही है। लेकिन जब घर में पहुंच रहे हैं तो कोई भी सैंपलिंग कराने को तैयार नहीं हो रहा है। जहां लोगों का कहना है कि हमें कोरोना नहीं है, बेवजह जांच नहीं करानी है।

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सैंपलिंग कराने से आसपास के लोगों को यह लगेगा कि यहां पर कोरोना संक्रमित मिला है। लोगों का साफ कहना है कि यदि कोरोना जांच की नौबत आएगी तो खुद ही संपर्क कर जांच करा लेंगे, अभी न तो बीमार हैं और न ही कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं । ऐसे में जांच कराने का कोई फायदा नहीं है।

इधर टीम को हर दिन कोरोना जांच का लक्ष्य दिया जा रहा है। ऐसे में टीम को यह समझ नहीं आ रहा है कि लोगों का कैसे जांच करें और लक्ष्य को पूरा करें। इसी चक्कर में टीम को शहरी क्षेत्र की सघन बस्तियों की रोजाना खाक छानने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

जांच से डर रहे लोग

लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने कोरोना जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। जगह-जगह कोरोना जांच केंद्र संचालित हो रहे हैं। ऐसे में जरुरत पडऩे पर इन केंद्रों में जांच करा सकते हैं या फिर रिस्पांस टीम से संपर्क कर सकते हैं। वैसे भी एंटीजन टेस्ट कीट से जांच की जा रही है। इसके प्रमाणिकता पर भी सवाल उठते आए हैं। बेवजह कोरोना नहीं होने पर भी यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो बेवजह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

घर—घर जांच न कराने से स्वास्थ्य विभाग की टीमो कों समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आम नागरिक जागरूक होकर कोरोना जांच कराएं। इसी के माध्यम से छिपे हुए कोरोना संक्रमित को खोजा जा सकता है और उनके उपचार की व्यवस्था कर कोरोना पर नियंत्रण किया जा सकता है।

-डॉ. प्रमोद महाजन, सीएमएचओ

वर्जन- ठंड के साथ साथ कोरोना के मरीज भी आ रहे हैं लोग स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करें। जांच करने से घबराए नहीं अन्यथा बाद में उनको पछताना पड़ेगा। लोगों को अपनी सेहत की सुरक्षा स्वयं को करना है इसके अलावा नियमित मास्क लगाएं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

-डॉ. पंकज टेम्भुनिकर, एमडी मेडिसीन विभागाध्यक्ष सिम्स

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