जानकारी के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) को छत्तीसगढ़ में कोरबा जिले के लिए लाइसेंस मिला है। कंपनी के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक उड़ीसा के पारादीप से पेट्रोलियम व गैस लाने के लिए पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2022 तक कोरबा शहर में सीएनपी की सप्लाई शुरू हो जाएगी। रायपुर और बिलासपुर शहर को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। केंद्र सरकार नेे नए कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) स्टेशन के लिए देश के 400 नए शहरों का चयन किया है, जिसमें पहले चरण में कोरबा और दूसरे चरण में बिलासपुर को शामिल किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक सीएनजी के लिए पहले पाइपलाइन का काम पूरा करना होगा।
फ्यूल स्टेशन नहीं इसलिए गाडिय़ां भी नहीं
रायपुर ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया के मुताबिक सीएनजी फ्यूल स्टेशन नहीं होने की वजह से गाडिय़ां भी बाजार मेंं उपलब्ध नहीं है। पेट्रोल-डीजल का बेहतर विकल्प सीएनजी हो सकता है। यदि पेट्रोल-पंपों मेंं सीएनजी की सुविधा मिले तो कंपनियों से गाड़ी का ऑर्डर करने में देरी नहीं लगेगी। सीएनजी सेे वाहन चालकों पर भार कम आएगा। प्रदूषण कम होने के साथ ही इसमें माइलेज भी ज्यादा मिलेगा।
अभी तक एक भी स्टेशन नहीं
रायपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के सचिव अभय भंसाली के मुताबिक राजधानी में सीएनजी के एक भी फ्यूल स्टेशन नहीं है। कंपनियों से सीएनजी का अप्रूवल मिलते ही पेट्रोल-पंपों में भी सुविधा मिलने लगेगी। सीएनजी के अलावा एलपीजी के लिए राजधानी मेंं सिर्फ एक ही फ्यूल स्टेशन पंडरी में संचालित हैं। राजधानी में अब ज्यादातर ऑटो एलपीजी में शिफ्ट हो चुके हैं।
देश के कई राज्यों में सीएनजी
सीएनजी में मिथेन गैस होती है। एक्सपर्ट के मुताबिक इससे प्रदूषण काफी कम होता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी सीएनजी ज्यादा सुरक्षित हैं। देश के कई राज्य जैसे दिल्ली, ग्रेटर दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों में सीएनजी के पंप संचालित हैं।