रिस्क लेने की क्षमता के हिसाब से विभिन्न एसेट क्लास में पैसे लगाएं। अधिक रिस्क नहीं उठा सकते हैं तो ज्यादा रिटर्न के लिए इक्विटी जैसे हाई रिस्क विकल्प में पैसे लगाने से बचें। मॉडेरेट रिस्क वाले डेट फंड्स चुन सकते हैं। जैसे- पीपीएफ, बैलेंस्ड एडवांटेज फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स आदि।
रेगुलर कैश फ्लो मासिक पेंशन के अलावा नियमित तौर पर ब्याज या डिविडेंड पेमेंट के जरिए रेगुलर कैश फ्लो जरूर सुनिश्चित करें। जैसे सीनियर सिटीजंस सेविंगस स्कीम में 5 साल के लिए 10 लाख रुपए निवेश करते हैं तो मौजूदा 7.4 फीसदी की ब्याज दर के से हर तिमाही 18500 रुपए मिलेंगे। डिविडेंड ऑप्शन भी चुन सकते हैं।