कांग्रेसियों पर डंडे बरसाकर मुश्किल में फंसी पुलिस और बीजेपी
सुरक्षा व्यवस्था संभालने पुलिस को आ रहा पसीना
कांग्रेसियों पर डंडे बरसाकर मुश्किल में फंसी पुलिस और बीजेपी
बिलासपुर. विगत दिनों कांग्रेस भवन में कांग्रेस नेताओं पर लाठियां चलाना पुलिस को भारी पड़ रहा है। बीजेपी के कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। वहीं बीजेपी नेता भी कार्यक्रमों में मुश्किल से पहुंच पा रहे हैं। कभी कांग्रेसियों को स्कूल में बंद कर दिया जा रहा है तो कभी मंदिर में अघोषित जेल बनाई जा रही है। हालात यह बन गए हैं कि कांग्रेस अपने रौद्र रुप में दिख रही है तो पुलिस और बीजेपी व्यवस्थाएं भी नहीं संभाल पा रही। बिलासपुर सड़क मार्ग से कोटमी कार्यक्रम में आ रहे सीएम के दौरे का विरोध करने के लिए कांग्रेसी अलग अलग स्थानों में बड़ी संख्या में एकत्र हुए। पुलिस कांग्रेसियो को रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेट लगाकर बैठी रही। पेंड्रा कोटमी मार्ग के दुपतिया तिराहे में कांग्रेस कार्यकर्ता रमन सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मंत्री अमर और राजेश मूडत के काफि ले को कांग्रेसियों ने ग्राम सकोला में रोक दिया। काले झंडे दिखाए गए और विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से बड़े नेताओं के रुट डाइवर्ट कर दिए। डायवर्ट रुट से मंत्रियों के काफि ले को कायक्रम स्थल के लिए रवाना किया गया। कुछ कांग्रेसियो को गिरफ्तार कर सकोला के राम जानकी मन्दिर मे बन्दी बनाकर रखा गया है।
जानकारी मिल रही है कि सीएम के कार्यक्रम का विरोध करने जा रहे सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। सभी कांग्रेसी अलग-अलग टोलियों में विगत दिनों बिलासपुर में कांग्रेसियों पर बरसाई गईं लाठियों का विरोध जताने और काले झंडे दिखाने जा रहे थे। कांग्रेस के रौद्र रुप के चलते चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर बनी हुई है। ताकि कोई भी काले झंडा या उपद्रव ना कर सके।
मंत्री अग्रवाल का काफि ला सड़क मार्ग से कोटमी की सभा मे शामिल होने आ रहा था। मंत्री अमरअग्रवाल और राजेश मूणत का रास्ता पुलिस को डायवर्ट करना पड़ा। कांग्रेसियों द्वारा रास्ते मे हंगामा किया गया। सड़क पर कांग्रेसियो के प्रदर्शन के चलते जाम की स्थिती बनी, जिसके बाद मंत्रियों का रुट बदला गया।