सराफ दुकानें भी सुरक्षित नहीं
पुलिस के गश्त पाइंट से कुछ दूरी पर चोरों द्वारा वारदात को अंजाम देने के बाद अब सराफा बाजार की दुकानें भी सुरक्षित नहीं हैं। पुलिस के गश्त पाइंट से चारों दिशाओं में 100 मीटर के दयरे में करीब 70 से अधिक ज्वेलरी दुकानें हैं। ऐसे में सराफ दुकानें भी सुरक्षित नहीं हैं।
सिलसिलेवार चोरियां
जिले में सिलसिलेवार चोर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। सकरी में रिटायर्ड टीआई एचसी शुक्ला के सूने मकान से चोर ने लाखों का माल पार किया था। वहीं पेण्ड्रा नया बस स्टैण्ड स्थित ज्वेलरी दुकान से चोर गिरोह ने रविवार की रात लाखों का माल पार किया था। जिले में हर दिन दो मकानों के ताले टूट रहे हैं, इसके बाद भी पुलिस आरोपियों को पकडऩे में सफल नहीं हुई है।
शहर की प्रसिद्ध जड़ीबूटी दुकान को चोरों ने बनाया अपना निशाना, जांच में जुटी पुलिस
सराफा मार्केट है गश्त पाइंट
शहर में रात्रि गश्त के लगने वाले पुलिस के सभी पाइंटों में सदर बाजार गश्त पाइंट सबसे संवेदनशील है। अमरनाथ की दुकान से करीब 200 मीटर दूरी पर स्थित गश्त पाइंट पर रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगती है। करीब 70से अधिक सराफा दुकानें होने के कारण पुलिस इस गश्त पाइंट को सबसे अधिक संवेदनशीन मानती है। इसके बाद भी चोरों ने पुलिस कर्मियों के रहते वारदात को अंजाम दे दिया।
पुलिस के गश्त पाइंट से कुछ दूरी पर चोरों द्वारा वारदात को अंजाम देने के बाद अब सराफा बाजार की दुकानें भी सुरक्षित नहीं हैं। पुलिस के गश्त पाइंट से चारों दिशाओं में 100 मीटर के दयरे में करीब 70 से अधिक ज्वेलरी दुकानें हैं। ऐसे में सराफ दुकानें भी सुरक्षित नहीं हैं।
सिलसिलेवार चोरियां
जिले में सिलसिलेवार चोर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। सकरी में रिटायर्ड टीआई एचसी शुक्ला के सूने मकान से चोर ने लाखों का माल पार किया था। वहीं पेण्ड्रा नया बस स्टैण्ड स्थित ज्वेलरी दुकान से चोर गिरोह ने रविवार की रात लाखों का माल पार किया था। जिले में हर दिन दो मकानों के ताले टूट रहे हैं, इसके बाद भी पुलिस आरोपियों को पकडऩे में सफल नहीं हुई है।
शहर की प्रसिद्ध जड़ीबूटी दुकान को चोरों ने बनाया अपना निशाना, जांच में जुटी पुलिस
सराफा मार्केट है गश्त पाइंट
शहर में रात्रि गश्त के लगने वाले पुलिस के सभी पाइंटों में सदर बाजार गश्त पाइंट सबसे संवेदनशील है। अमरनाथ की दुकान से करीब 200 मीटर दूरी पर स्थित गश्त पाइंट पर रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगती है। करीब 70से अधिक सराफा दुकानें होने के कारण पुलिस इस गश्त पाइंट को सबसे अधिक संवेदनशीन मानती है। इसके बाद भी चोरों ने पुलिस कर्मियों के रहते वारदात को अंजाम दे दिया।