दरअसल पीडि़त महिला उमा बाई जिले के सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम मटियारी निवासिनी है! उसका विवाह पडोसी जिला जांजगीर-चाम्पा के अकलतरा थाना क्षेत्र के ग्राम खटोला निवासी नामकरण ताम्रध्वज से हुआ था! आए दिन ससुराल वालों की प्रताडऩा से उमाबाई त्रस्त रहा करती थी! इसी तरह बीते कुछ माह पूर्व उमाबाई सास-ससुर और अपने पति के प्रताडऩा के खिलाफ बोल पड़ी!
जिस पर ससुराल वालों ने पीडि़ता को घर से बाहर निकाल दिया! और पीडि़ता के 15 माह के बच्चे को अपने पास रखकर माँ और बच्चे को एक दुसरे से अलग कर दिया! इससे परेशान होकर पीडिता ने बिलासपुर के महिला थाने में बच्चे को सुपुर्द कराने के लिए पुलिस से न्याय की गुहार लगाईं! जिस पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रक्षा टीम पीडि़ता उमा बाई के साथ उसके मायके खटोला पहुंची और ससुराल वालों की चुंगल से बच्चे को रिहा कराकर माँ और बच्चे को मिलाने का सराहनीय कार्य की! वहीँ बच्चे को अपने गोद में वापस पाकर पीडिता के खुुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहें थे!