दबाव में कोनी पुलिस
यूनिवर्सिटी प्रबंधन आरोपी पूर्व आईएएस के बेटे प्रवेश दलेई को पूरी तरह से बचा रहा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कहते हुए मामले की जांच का हवाला दिया है। लेकिन इतने गंभीर प्रकरण में अब तक जांच कमेटी तक नहीं बनायी गयी है। यही नहीं छात्रों के प्रदर्शन व छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने मामले में प्रवेश के खिलाफ अपराध दर्ज तो कर लिया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
यूनिवर्सिटी प्रबंधन आरोपी पूर्व आईएएस के बेटे प्रवेश दलेई को पूरी तरह से बचा रहा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कहते हुए मामले की जांच का हवाला दिया है। लेकिन इतने गंभीर प्रकरण में अब तक जांच कमेटी तक नहीं बनायी गयी है। यही नहीं छात्रों के प्रदर्शन व छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने मामले में प्रवेश के खिलाफ अपराध दर्ज तो कर लिया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
दामिनी केस के बाद 354 धारा जेल भेजने का प्रावधान
दिल्ली में सन 2012 में हुए दामिनी केस के बाद छेडख़ानी के तहत दर्ज होने वाले मामलों में आरोपी को तत्काल जमानत नहीं दिए जाने का प्रवधान किया गया था। धारा के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर तत्काल कोर्ट में पेश करने के नियम हैं, लेकिन पुलिस छात्रा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही।
दिल्ली में सन 2012 में हुए दामिनी केस के बाद छेडख़ानी के तहत दर्ज होने वाले मामलों में आरोपी को तत्काल जमानत नहीं दिए जाने का प्रवधान किया गया था। धारा के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर तत्काल कोर्ट में पेश करने के नियम हैं, लेकिन पुलिस छात्रा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही।
विश्वविद्यालय परिसर स्थित आवास तक नहीं गई पुलिस
मामले में शिकायत मिलने के बाद कोनी पुलिस आरोपी प्रवेश दलेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही। पुलिस को उसे गिरफ्तार करने के लिए विश्वविद्यालय परिसर स्थित शासकीय आवास में जाना था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। शनिवार को दिन प्रवेश दलेई के पड़ोसी भी पुलिस की कार्रवाई का इंतजार करते रहे। आरोपी शिक्षक भी कालोनी में नहीं दिखा।
मामले में शिकायत मिलने के बाद कोनी पुलिस आरोपी प्रवेश दलेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही। पुलिस को उसे गिरफ्तार करने के लिए विश्वविद्यालय परिसर स्थित शासकीय आवास में जाना था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। शनिवार को दिन प्रवेश दलेई के पड़ोसी भी पुलिस की कार्रवाई का इंतजार करते रहे। आरोपी शिक्षक भी कालोनी में नहीं दिखा।
वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण आरोपी शिक्षक दलेइ्र को पकडऩे कोई प्रयास नहीं किया गया। निलंबन के बाद से दलेई फरार हो गया था। आरोपी को कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल ही जाएगी, इसलिए गिरफ्तारी के लिए उसके पीछे भागने का कोई मतलब नहीं है।
एसपी चतुर्वेदी, थाना प्रभारी, कोनी
एसपी चतुर्वेदी, थाना प्रभारी, कोनी