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दो दिन बीते सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के शिक्षक को नहीं किया गिरफ्तार, टी आई का कहना छूट ही जाएगा आरोपी !

locationबिलासपुरPublished: Apr 21, 2019 08:03:53 pm

Submitted by:

Amil Shrivas

एफआईआर दर्ज पर नहीं कर रही गिरफ्तारी

pravesh dalai

दो दिन बीते सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के शिक्षक को नहीं किया गिरफ्तार, टी आई का कहना छूट ही जाएगा आरोपी !

सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रा से अश्लील बातें करने के आरोप में किया गया निलंबित

बिलासपुर. गुरु घासीदास सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रा से अश्लील बातें करने व छात्रों को तरह-तरह से धमकाने के आरोप में निलंबित विधि विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रवेश दलेई को कोनी पुलिस ने भागने का पूरा मौका दे रही है। एफआईआर के बाद पुलिस ने आरोपी को पकडऩे के लिए अब तक न तो कोई टीम बनायी है और न ही उसके घर छापा मारा है। उधर कोनी थाने के टीआई एसपी चतुर्वेदी का कहना है कि उन पर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। पूर्व आईएएस पीसी दलेई का बेटा प्रवेश दलई गुरु घासीदास सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में लॉ विभाग में जबसे असिस्टेंट प्रोफेसर बना है, तब से विवि के विद्यार्थी परेशान हैं लेकिन न तो विवि प्रशासन व न ही पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की। इस मामले में भी विवि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं तो पीडि़त छात्रा ने परिजनों के साथ कोनी थाने में प्रवेश दलेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी। छात्रों के उग्र प्रदर्शन किया तब प्रवेश दलई निलंबित किए गए व अन्य दो बर्खास्त किए गए। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद प्रवेश दलेई को गिरफ्तारी से बचाने की कवायद की जा रही है। यही कारण है कि कोनी पुलिस दलेई को गिरफ्तार करने के बजाय वीआईपी ड्यूटी का बहाना बना रही है, जबकि सूत्रों का कहना है कि कोनी पुलिस दबाव में आ गयी है। इसलिए दलेई की गिरफतारी के लिए अब तक कोई टीम नहीं बनी है। दलेई को पूरा मौका दिया जा रहा है।
दबाव में कोनी पुलिस
यूनिवर्सिटी प्रबंधन आरोपी पूर्व आईएएस के बेटे प्रवेश दलेई को पूरी तरह से बचा रहा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कहते हुए मामले की जांच का हवाला दिया है। लेकिन इतने गंभीर प्रकरण में अब तक जांच कमेटी तक नहीं बनायी गयी है। यही नहीं छात्रों के प्रदर्शन व छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने मामले में प्रवेश के खिलाफ अपराध दर्ज तो कर लिया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
दामिनी केस के बाद 354 धारा जेल भेजने का प्रावधान
दिल्ली में सन 2012 में हुए दामिनी केस के बाद छेडख़ानी के तहत दर्ज होने वाले मामलों में आरोपी को तत्काल जमानत नहीं दिए जाने का प्रवधान किया गया था। धारा के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर तत्काल कोर्ट में पेश करने के नियम हैं, लेकिन पुलिस छात्रा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही।
विश्वविद्यालय परिसर स्थित आवास तक नहीं गई पुलिस
मामले में शिकायत मिलने के बाद कोनी पुलिस आरोपी प्रवेश दलेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तक सीमित रही। पुलिस को उसे गिरफ्तार करने के लिए विश्वविद्यालय परिसर स्थित शासकीय आवास में जाना था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। शनिवार को दिन प्रवेश दलेई के पड़ोसी भी पुलिस की कार्रवाई का इंतजार करते रहे। आरोपी शिक्षक भी कालोनी में नहीं दिखा।
वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण आरोपी शिक्षक दलेइ्र को पकडऩे कोई प्रयास नहीं किया गया। निलंबन के बाद से दलेई फरार हो गया था। आरोपी को कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल ही जाएगी, इसलिए गिरफ्तारी के लिए उसके पीछे भागने का कोई मतलब नहीं है।
एसपी चतुर्वेदी, थाना प्रभारी, कोनी
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