शहर में देह व्यापार का कारोबारा करने वाले बाहरी राज्यों के व्यापारियों की लगातार शहर में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 5 वर्षों में पुलिस ने शहर में पीटा एक्ट के 40 मामले पकड़े हैं। इनमें से अधिकांश मामले शहर की पॉश कॉलोनियों में पकड़े गए हैं। इन कॉलोनियों के मकानों को रहने के लिए किराये पर लेने वाले देह व्यापारी कुछ दिनों तक आम आदमी की तरह रहते हैं और बाद में बाहर से कॉल गर्ल बुलवाकर देह व्यापार शुरू कर देते हैं। देह व्यापारियों का सुराग लगाने में पुलिस को सफलता नहीं मिलती, लेकिन कॉलोनी में रहने वालों की शिकायत मिलने पर पुलिस इन देह व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई जरूर करती है।
कई पॉश कॉलोनियों में चल रहा देह व्यापार
शहर के मोपका, मंगला,सिरगिट्टी, रिंग रोड, बहतराई, सकरी समेत कई क्षेत्रों में देह व्यापारी के कई मामले में अब तक सामने आए हैं। इन मामलों में अधिकांश देह व्यापारी और इसमें लिप्त युवतियां भी दूसरे प्रदेशों की रही हैं। देह व्यापारी इन कॉलोनियों में पुलिस की गश्त नहीं होने और कॉलोनी वासियों को एक दूसरे से कोई लेना देना नहीं होने का फायदा उठाते हैं। देह व्यापारियों के कारण है पॉश कॉलोनियों में शहर के लोगों की भीड़ अधिक रहती है।
किरायेदारों का हिसाब नहीं रखने का उठा रहे फायदा
पॉश कॉलोनियों में रहने वाले किरायेदारों का पुलिस हिसाब नहीं रखने का फायदा देह व्यापारी उठा रहे हैं। पूर्व में भी कई बार किरायेदारों का हिसाब रखने के आदेश अधिकारियों ने जारी किए हैं, लेकिन थानों में अब तक यह काम शुरू नहीं हुआ है।
हर दिन आना जाना
दूसरे प्रदेशों से आने वाली कॉल गर्ल प्रतिदिन शहर में आती-जाती हैं। कई लोगों ने इस धंधे के लिए एक बच्चे की देखरेख करने के बहाने दूसरे प्रदेशों से युवतियों को बुलवाकर देह व्यापार करा रहे हैं।
हाईकेट कारोबार
देह व्यापार में लिप्त व्यक्ति सीधे कॉल गर्ल से संपर्क नहीं करते। बिचौलिए दूसरे प्रदेशों से कॉल गर्ल बुलवाते हैं और लोगों से सीधे डील कर पैसा आनलॉइन भुगतान कराने के बाद ग्राहकों को काल गर्ल के पते पर भेजते हैं। यह काम पिछले कई सालों से चल रहा है।
शहर की पॉश कॉलोनियों में लगातार पतासाजी की जा रही है। शिकायतें मिलने पर लगातार कार्रवाई की जा रही हैं। दूसरे प्रदेश से आकर शहर में रहने वाले संदिग्ध लोगों के संबंध में सूचना मिलने पर जांच पड़ताल जारी है। देह व्यापार में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-ओपी शर्मा, एएसपी