वे पीछे देखते हैं, हम फ्यूचरिस्टिक हैं राहुल ने कहा, संघ और भाजपा की विचारधाराएं पीछे ज्यादा सोचती हैं। वे इसमें यकीन करते हैं कि हम ये थे वो थे। हम कहते हैं हम आज क्या हैं और आज ऐसा क्या करें कि कल हम ऊंचाइयों पर पहुंचे। बैकवर्ड नहीं फ्यूचरिस्टिक होना चाहिए।
वे बांटते हैं हम अहमति का हक देते हैं राहुल बोले हम लोगों को असहमति का हक देते हैं। भले ही कितना ही फर्क क्यों न हो। कांग्रेस एक समग्रता का विचार है। किसी संकीर्णता में नहीं फंसते। संपादकों से बात करते हुए उन्होंने कहा भारत में आक्रोष पल रहा है। आज से 10 साल पहले भी मैं यह कहा रहा था कि कुछ ताकतें अलग किस्म की बढ़ रही हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा था। अब सुनना शुरू किया है। सीटों में कन्वर्जन अलग विषय है, वास्तव में आपकी बात कौन कितनी सुनता है यह जरूरी है।
दुनिया में भारत बहुत महत्वपूर्ण है दुनिया में जब भारत की ताकत बढ़ रही है, तब यहां एक मजबूत नेता होना जरूरी है। मोदीजी सिर्फ लोगों के बीच के मतभेदों को और बढ़ाते हैं। वे एक ही विचार को थोपना चाहते हैं। ऐसा भारत का स्वभाव नहीं है।
राहुल गांधी 2 दिन के प्रवास पर बिलासपुर में रात रुके। इस दौरान उन्होंने शुक्रवार सुबह पत्रिका समेत अन्य समाचार पत्रों के संपादकों से सौजन्य भेंट की।