गौरतलब है कि 20 अप्रैल को मनेंद्रगढ़ में लड़के के रूप एक गांव के ही भेडि़ए ने मात्र 5 साल की मासूम को हवस का शिकार बनाया था। इसमें बच्ची बुरी तरह जख्मी हो गई थी। आरोपी ने बच्ची को बाहर फे क दिया था। परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां गंभीर हालत को देखते हुए उसे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल रिफर किया गया था। चार दिनों तक डॉक्टरों की टीम इलाज में लगी हुई थी,
लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी बच्ची की हालत में सुधार नहीं हो रहा था। मानो मासूम संदेश दे रही हो कि ऐसे समाज में वह अब सांसे भी नहीं लेना चाहती जहां इंसानों के रूप में भेडि़ए घूम रहे हों।