पिछले 10 माह की अवधि (अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक) में विधवा पेंशन (907 प्रकरण), भविष्य निधि प्रकरण (2098), पेंशन प्रकरण (170) आदि मिलाकर 3 हजार से अधिक प्रकरण निराकृत किए गए। एसईसीएल की ओर से जारी इस आदेश के बाद उन सेवा निवृत्त कर्मचारियों को राहत मिल जाएगी जो पेंशन नहीं मिलने के कारण परेशान थे और कार्यालय के चक्कर काट रहे थे।
पिछले अगस्त में पेंशन अदालत का आयोजन
उपरोक्त के अतिरिक्त पेंशनरों की सुविधा के लिए कम्पनी के गेवरा क्षेत्र में गत अगस्त माह में पेंशन अदालत का आयोजन किया गया था जिसमें एरिया के 13 प्रकरणों का निराकरण किया गया वहीं इसी वर्ष जनवरी माह में कम्पनी के जमुना-कोतमा क्षेत्र में पेंशन अदालत लगायी गयी जिसमें कुल 20 प्रकरणों में समुचित फैसला लिया गया।
उपरोक्त के अतिरिक्त पेंशनरों की सुविधा के लिए कम्पनी के गेवरा क्षेत्र में गत अगस्त माह में पेंशन अदालत का आयोजन किया गया था जिसमें एरिया के 13 प्रकरणों का निराकरण किया गया वहीं इसी वर्ष जनवरी माह में कम्पनी के जमुना-कोतमा क्षेत्र में पेंशन अदालत लगायी गयी जिसमें कुल 20 प्रकरणों में समुचित फैसला लिया गया।
इनकी रही सहभागिता
उपरोक्त आयोजनों में आर.के. सिन्हा सहायक आयुक्त सीएमपीएफ बिलासपुर, सुजाता रानी उप महाप्रबंधक (पीएफ/पेंशन) मुख्यालय बिलासपुर, आर.एस. राव मुख्य प्रबंधक (पीएफ/पेंशन) मुख्यालय बिलासपुर व उनकी टीम ने प्रमुखता से हिस्सा लिया। विदित हो कि एसईसीएल के पास विधवा पेंशन, भविष्य निधि प्रकरण, पेंशन प्रकरण आदि मिलाकर तीन हजार से अधिक प्रकरण थे, अधिकारियों का कहना है कि इसका निराकरण किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सीएमपीएफ के सहयोग से एसईसीएल में पेंशन प्रकरणों के त्वरित निपटारे पर जोर दिया जा रहा है, इसके लिए कंपनी की ओर से लगातार बैठक आयोजित की जा रही है ताकि मामलों का निराकरण किया जा सके।
उपरोक्त आयोजनों में आर.के. सिन्हा सहायक आयुक्त सीएमपीएफ बिलासपुर, सुजाता रानी उप महाप्रबंधक (पीएफ/पेंशन) मुख्यालय बिलासपुर, आर.एस. राव मुख्य प्रबंधक (पीएफ/पेंशन) मुख्यालय बिलासपुर व उनकी टीम ने प्रमुखता से हिस्सा लिया। विदित हो कि एसईसीएल के पास विधवा पेंशन, भविष्य निधि प्रकरण, पेंशन प्रकरण आदि मिलाकर तीन हजार से अधिक प्रकरण थे, अधिकारियों का कहना है कि इसका निराकरण किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सीएमपीएफ के सहयोग से एसईसीएल में पेंशन प्रकरणों के त्वरित निपटारे पर जोर दिया जा रहा है, इसके लिए कंपनी की ओर से लगातार बैठक आयोजित की जा रही है ताकि मामलों का निराकरण किया जा सके।