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संसाधन आवश्यकता की पूर्ति के लिए है न कि लालसा पूर्ति के लिए- अंजिला गुप्ता

locationबिलासपुरPublished: Oct 19, 2019 01:05:53 pm

Submitted by:

JYANT KUMAR SINGH

150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में जीजीयू सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में 18 अक्टूबर को ”वर्तमान युग में गांधीवाद की प्रासंगिकता” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

Mahatma Gandhi

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बिलासपुर। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने कहा पर्यावरण प्रदूषण, गरीबी, सतत विकास, मानवीय मूल्यों का ह्रास, जीवन में संतुलन एवं आर्थिक मंदी आज के ज्वलंत विषय हैं। ऐसे में गांधी जी का इकाई का सिद्धांत प्रासंगिक है। धरती मां के पास बहुत सारे संसाधन हैं। लेकिन ये संसाधन आवश्यकता की पूर्ति के लिए हैं, न कि लालसा के लिए। सभी गांधी जी के आदर्शों एवं सिद्धातों का मनन करें, चिंतन करें एवं जीवन में उतारें तो भारत फिर से विश्व गुरु बन सकता हैं।
भारत युवाओं का देश है। विदेशा आक्रांताओं ने सबसे ज्यादा देश के युवाओं को प्रभावित किया। युवाओं को मशीन बना दिया। गांधी जी के आदर्शों एवं सिद्धातों पर चलकर युवा ही भारत को पुन विश्व गुरु बना सकते हैं। साथ ही छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि उन्होंने आज यहां जो कुछ भी सुना उसे जीवन में उतारने का संकल्प लें। विश्वविद्यालय में चल रहे तीन चार प्रमुख कार्यों की जानकारी देते हुए कुलपति गुप्त ने कहा कि जब छात्र आगे बढ़ेंगे तब ही समान व विश्वविद्यालय आगे बढ़ेगा। नैक के प्रत्यायन की प्रक्रिया द्रुत गति से चल रही है। विश्वविद्यालय की शिक्षक एवं अधिकारी पूरे मनोयोग से इस काम में लगे हैं। नवंबर के अंतिम सप्ताह या दिसंबर के प्रथम सप्ताह में दीक्षांत समारोह प्रस्तावित है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोन एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेशों एवं निर्देशों का दी गई समय सीमा में पालन किया जा रहा है। कुलाधिपति की मंशा के अनुरूप पं. श्री गंगा प्रसाद वाजपेई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी से छात्र-छात्राओं का सीधा संवाद स्थापित कराया जाएगा ताकि वे स्वतंत्रता और उससे जुड़े पहलुओं को गहराई से जान सकें।
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