उन्होंने कहा की आज के समय में महिलाएं और युवतियां अपना अधिकतम समय मोबाइल चलाने में और सीरियल देखने में व्यतीत कर देती हैं। अपने आचरण पर और अपने परिवार को सम्हालने के बजाये खुद ही भौतिक दुनिया में लिप्त हो रही हैं जो की हमारी भारतीय संस्कृति में नहीं आता। अपना मूलयवान समय कुछ ऐसा करने में बिताये जिससे उनका विकास हो और अपनी खुद की पहचान बना सकें। उन्होंने कहा की आज की महिलाएं फैशन और ग्लैमर की दुनिया की तरह आकर्षित होती जा रही हैं जिसका हमें दु:ख है। उन्हें कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे उनके इंसान के रूप में पैदा होने का कोई महत्व बने।
साध्वी अग्न्यानंदी ने कहा की आज के समय में युवा बेरोजग़ार है और बस मोबाइल इंटरनेट में खोया हुआ है। भौतिक दुनिया में जीना और चीज़ों को वायरल करना इनका पसंदीदा काम बन गया है। हमने देखा है की एक तरफ लोग मर रहे होते हैं और दूसरी तरफ कुछ लोग उसका वीडियो बनाते हैं। ये अमानवीय है और इंसानी सिद्धांतों के खिलाफ है। युवाओं को ज़रूरत है की वह अपनी ऊर्जा को सही दिशा दें, युवाओं में इतनी ऊर्जा होती है की वह जिस दिशा में ध्यानमग्न होकर कार्य करेंगे उन्हें ज़रूर अच्छा परिणाम मिलेगा।
आगामी चुनाव को लेकर पीएम पद पर किसे देखना चाहते हैं पूछने पर साध्वी अग्नयानंदी ने कहा की देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिलना चाहिए जो देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे लेकर जाए। हमारे देश का व्यापार बढे। साथ ही साथ देश की संस्कृति को बचाये। भारत की संस्कृति बहुमूल्य और प्राचीन है जिसे अब लोग भूलते जा रहे हैं और पाश्चात्य संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं जिसे रोकना होगा।