मालूम हो कि कोरोना वायरस के संक्रमण से छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। स्कूल, कॉलेज, मॉल आदि को बंद करने को कहा गया है। बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के छात्रों को 13 मार्च को छात्रावास खाली करने को कहा गया है। उक्त छात्रावास में 12 सौ से अधिक छात्र-छात्राएं रहती हैं। जिन्हें स्टेशन ले जाने के लिए छात्र परिषद द्वारा बस का भी इंतजाम किया गया है। वहीं शासकीय छात्रावास को खाली करने का आदेश अभी तक शासन द्वारा नहीं दिया गया हैं। पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित कन्या छात्रावास की अधीक्षका श्रद्धा भारद्वाज ने बताया कि उनके छात्रावास में कुल 98 छात्राएं रहतीं है। जिनमें 11 वीं, 12 वीं और कॉलेज में पढऩे वाली छात्राएं शामिल है। शासन से छात्रावास खाली करने का कोई आदेश अभी तक नहीं आया है। वहीं कुछ छात्राएं खुद से छात्रावास छोड़कर जा रही है। वहीं ब्रजेश स्कूल की अधीक्षका शैलेजा मसीह ने बताया कि उनके छात्रावास में 120 छात्राएं रहती हैं। इनमें से 90 छात्राएं अब तक अपने घर चली गई है। बाकि की छात्राएं अपने परिजनों के साथ घर जाने वाली है।
बाजार की रौनक गायब जैसे-जैसे कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है लोग बाजार व मॉल जाना कम करते जा रहे हैं। शनिचरी बाजार में कपड़े का व्यवसाय करने वाले व्यापारी सुजीत कुकरेजा ने बताया कि पिछले 15 दिनों से बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। जहां महीने की एक तारीख से लेकर 10 तारीख तक लोगों की भीड़ रहती थी, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लोग बाजार आना कम करते जा रहे हैं। होली जैसे त्योहार में भी ग्राहक कम ही नजर आए। वहीं थोक व्यापारी भी अन्य राज्यों से माल लाने नहीं जा रहे हैं। न ही कोई व्यापारी बाहर से कोई समान ही मांगा रहा है। इससे जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा है।