कुछ न करे तो वह आपके लिए बुरा हो सकता है। काम नहीं करेंगे तो परिवार व बच्चों का पालन-पोषण नहीं कर पाएंगे। इसलिए रूटिन लाइफ से अपने लिए कुछ समय अवश्य निकाले। ताकि आपका मन व दिमाग दोनों ही तरोताजा महसूस करें। अपने लिए समय निकालने का अर्थ सिर्फ इतना है कि लगातार काम से बोर होंगे तो बीच में थोड़ा माहौल बदलना जरूरी होता है। काम को बंद न करे बस कुछ समय रोक कर करें। अमरेश जैन ने बताया कि मुनि के सुबह की गोचरी भावना हेमंत सेठ परिवार व दोपहर को आहारचर्या निशा कानाबार परिवार को लाभ मिला। इस अवसर पर गुजराती जैन समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।